प्रमोद दुबे का राजनीतिक करियर
– प्रमोद दुबे ने अपना राजनीतिक करियर 1985-1986 में छत्तीसगढ़ कॉलेज छात्र संघ चुनाव से शुरू किया। इस चुनाव को जीतकर वो छात्र संघ के उपाध्यक्ष बने।
– 1986-1987 ने राज्य स्तरीय छात्र संघ का चुनाव जीतकर पंडित रविशंकर यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष बने।
– उनके इसी कार्यकाल में इंदिरा गांधी कृषि विश्विद्यालय को जवाहर लाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर से अलग कर स्वायत्त बनाया गया।
– 1997 से 2000 के दौरान प्रमोद दुबे शहरी एवं ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष थे। जिसमें उन्होंने लातूर भूंपक प्रबंधन के लिए स्वेच्छा से काम किया था।
– 2001 में उन्हें छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया।
– 2004 से 2009 तक उन्होंने ब्राह्मण पारा वार्ड के पार्षद के रूप में चुने गए। इस दौरान उन्होंने सफाई मित्र योजना की शुरुआत की।
– प्रमोद दुबे के पार्षद रहते हुए ब्राम्हण पारा को सफाई के लिए नगर निगम से पुरस्कार भी दिया गया।
– 2009 में वो शहीद चूड़ामणि वार्ड के पार्षद बने। अपने कार्यकाल में उन्होंने पुलिस स्टेशन का निर्माण करवाया।
– इसके बाद 2015 चुनावों में वे महापौर पद के लिए खड़े हुए और जीतकर महापौर बने।