घर पर था आना-जाना
करीब डेढ़ से लता और लवकुश के बीच बातचीत हो रही थी। उसका लता के घर आना-जाना लगा रहता था। विश्वनाथ के रायपुर आने पर उसका आना-जाना बंद हो जाता था। मोबाइल में भी लता और उसके बीच लंबी बातचीत होती थी। इसी दौरान विश्वनाथ और लता के बीच विवाद होता था। अक्सर वह एक सप्ताह के लिए घर आता था। इसके बाद वापस चला जाता था।
लंबी छुट्टी पर आए, तब की साजिश
विश्वनाथ 12 जुलाई को रायपुर आया था। इस बार वह 15 दिन से ज्यादा की छुट्टी पर था। शुरुआत के दो-तीन ठीक रहा। इसके बाद लता और विश्वनाथ के बीच विवाद होने लगा। फिर लता ने उसकी हत्या की साजिश रची। उसने लवकुश को हत्या के लिए उकसाया। लवकुश ने अपने दोस्त अवनीश को इसमें शामिल किया। घटना वाली रात जानबूझकर लता अपने बच्चों को लेकर दूसरे कमरे में सोने चली गई और विश्वनाथ को अलग कमरे में सोने के लिए बोल दिया। उसने घर का दरवाजा भीतर से खोल दिया, ताकि लवकुश चुपचाप घर में घुस सके।
एक घंटे में काम तमाम
प्लानिंग के तहत रात करीब 2 बजे लवकुश और अवनीश घर में दाखिल हुए। दरवाजा खुला था। दोनों सीधे विश्वनाथ के कमरे में गए। उस समय विश्वनाथ गहरी नींद में सोया था।आरोपियों ने 5 किलो वजनी घन उठाया और सो रहे विश्वनाथ के सिर पर मार दिया। नींद में होने के कारण विश्वनाथ के मुंह से चीख भी नहीं निकली। इसके बाद लगातार चार-पांच वार किए और 3 बजे भाग गए।
नाबालिग ने खोले राज
विश्वनाथ के दो नाबालिग बेटा-बेटी हैं। पिता को खून से लथपथ बिस्तर पर तड़पते हुए सबसे पहले उसकी बेटी ने देखा था। इससे दोनों भाई-बहन की मानसिक स्थिति पर बुरा असर पड़ा है। घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस को नाबालिगों ने लवकुश के घर आने-जाने की जानकारी दी थी। इसके बाद पुलिस ने सबसे पहले लवकुश को उठाया और कड़ाई से पूछताछ की। उसके कॉल डिटेल भी खंगाले गए।Love Crime