आसपास पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 को फोन कर घटना की जानकारी दी तथा घटना स्थल पर उपस्थित संतरी शैलेष राम ने घटना की जानकारी नूर मोहम्मद के पिता को मोबाइल के माध्यम दे दी। पुलिस वाहन 112 की मदद से नूर मोहम्मद को घ्याल अवस्था में डॉ. आरिफ मेमन के पास लेकर गए , जहां से उन्हें एमएमआई हॉस्पिटल रिफर किया गया।
नूर मोहम्मद का पूरा परिवार सदमे से उभर नहीं पाया है। अब इस घटना की जिम्मेदारी सम्बंधित शासन के आला अधिकारीयों पर सौपतें हुए न्यायालय के शरण में जाने की तैयारी की जा रही है। राजधानी की सड़कों पर आवारा मवेशियों के कारन आए दिन अनेक लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर घायल होते रहते है और इस वजह से यातायात की व्यवस्था भी बिगड़ती रहती है। वहीं पुलिस लाइन के भीतर रात में आवारा मवेशियों का जमावड़ा रहता है।