25 हजार रुपये की तत्काल सहायता
वहीं पसान के वन परिक्षेत्र अधिकारी धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि क्षेत्र में 23 हाथियों का एक दल विचरण कर रहा है. इनमें से एक हाथी दल से अलग हो गया, दल से अलग हुए हाथी ने ही आज तड़के शामलाल पर हमला कर दिया. चौहान ने बताया कि मृतक के परिजन को विभाग की ओर से 25 हजार रुपये तत्काल सहायता राशि दी गई है. शेष 5.75 लाख रुपये सभी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद दिए जाएंगे.
सरगुजा में भी हाथियों का उत्पात
वहीं सरगुजा में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. यहां के मैनपाट इलाके में आए दिन हाथी ग्रामीणों का मकान तोड़कर तहस नहस कर रहे हैं. यही नहीं वन विभाग भी इन हाथियों से ग्रामीणों की संपत्तियों को बचाने में नाकाम साबित हो रहा है. जानकारी के मुताबिक पिछले सात महीने से मैनपाट वनक्षेत्र में में हाथियों का दल घूम रहा है. दिन में 10 से ज्यादा हाथियों का यह समूह सरहदी जिले रायगढ़ के कापू रेंज में चला जाता है और शाम हबोते ही सरगुजा के मैनपाट इलाके में आ जाता है.
घरों को किया तहस नहस
मैनपाट इलाके में इस झुंड ने कई घरों को तहस नहस कर दिया है. मैनपाट के तराई इलाकों में बसी बस्तियों को इन हाथियों ने काफी नुकसान पहुंचाया है और यह सिलसिला लंबे वक्त से चल रहा है. वन विभाग ने इन हाथियों को रोकने के लिए तमाम तरह के इंतजाम किए लेकिन सभी इंतजाम धरे के धरे रह गए.