एम्स में पोस्टमॉर्टम के बाद मुरलीधर के पिता राम स्वरूप साहू बेसुध होकर इकलौते बेटे का शव एकटक देखते रहे। जांजगीर-चांपा के कलेक्टर की मंजूरी लेकर मुरलीधर का अंतिम संस्कार राजधानी के हीरापुर स्थित श्मशानघाट में ही किया गया। शुक्रवार की दोपहर करीब 1 बजे परिजनों की मौजूदगी में पुलिस और एम्स प्रबंधन ने अंदर से बंद बाथरूम के दरवाजे को तोड़कर खोला।
अंदर कोई सुसाइट नोट या अन्य सामान नहीं मिला। पुलिस के मुताबिक, बाथरूम के खिड़की पर लगी जाली को किसी चीज से फंसाया गया था, जिसे निकालकर मुरलीधर ने छलांग लगाई थी। मुरलीधर के पिता और चाचा सुबह ही एम्स पहुंच गए थे। पुलिस ने परिजनों से भी बातचीत की लेकिन खुदकुशी के कारणों का पता नहीं चल पाया।