बीते वर्ष आधी सीटें रह गई थीं खाली
बीते वर्ष प्रदेशभर की 80 हजार सीटों में से लगभग आधी सीटें खाली रह गई थीं। जिसके पीछे अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों के निजी स्कूलों में पालकों की रूचि नहीं होने की बात कह रहे हैं। वहीं, इस सत्र भी आवेदन में महज 5 दिन शेष रह गए हैं और लगभग 32 हजार सीटों के लिए आवेदन ही नहीं आए हैं। ऐसे में अधिकारियों के मुताबिक 25 अप्रैल तक लॉटरी की पहली सूची के बाद रिक्त सीटों पर विचार किया जाएगा।
सीटों से कम आवेदन
कुल सीटों की संख्या 85826
अबतक प्राप्त आवेदन 53702
30 मार्च तक चलेगी आवेदन प्रक्रिया
2011 वाले भी अपात्र
छग शासन द्वारा आर्थिक रूप से गरीब परिवारों को 2002, 2007 और 2011 में सूचीबद्ध किया गया था। वहीं, 2002 के सर्वेक्षण के बाद कई परिवारों के नाम 2007 में और कुछ के 2011 में जोड़े गए थे। इनमें कई परिवार ऐसे हैं, जिनके नाम 2002 और 2007 में नहीं थे, जबकि 2011 में इन परिवारों को सूचीबद्ध किया गया था। ऐसे में 2011 में शामिल किए गए हितग्राही भी आवेदन के लिए यहां-वहां भटकने को मजबूर हो रहे हैं।
30 मार्च के बाद करेंगे विचार
लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक एस. प्रकाश ने बताया कि आवेदन प्रक्रिया 30 मार्च तक चलेगी, इसके बाद वस्तुस्थिति को देखते हुए आवेदनों की संख्या कम होने पर आगे की रूपरेखा पर विचार किया जाएगा।