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इस नेशनल हाइवे में रात में दिखाई नहीं देते हैं ये पेड़, हर पल बना रहता है जान का खतरा

locationरायपुरPublished: Aug 10, 2018 07:07:24 pm

आए दिन कई वाहन चालक इन पेड़ों से टकराकर घायल हो रहे हैं या अपनी जान गंवा रहे हैं।

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महासमुंद. शहर की सड़कों पर कई पेड़ मौत बनकर खड़े हैं। दिन में तो लोग इससे बचकर निकल जाते हैं, लेकिन रात में ये पेड़ दिखाई नहीं देता। जिसकी वजह से इस रोड़ पर हर पल जान जाने का खतरा बना रहता है। राष्ट्रीय राजमार्ग-353 हो या बरोंडाबाजार से पीजी कॉलेज मार्ग, सड़क पर पेड़ मौत को आमंत्रित कर रहे हैं। आए दिन कई वाहन चालक इन पेड़ों से टकराकर घायल हो रहे हैं या अपनी जान गंवा रहे हैं।
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बावूजद इसके नगर पालिका को इसकी परवाह नहीं है। खास बात यह है कि जिस मार्ग पर कलक्टर, एसपी व शहर के तमाम बड़े अधिकारी रहते हैं, उनकी नजर के सामने ऐसे जानलेवा पेड़ खड़े हैं। ज्ञात हो कि नेशनल हाइवे-353 पर लभरा से घोड़ारी तक चौड़ीकरण का कार्य हो रहा है। इस कार्य में कई पेड़ बाधक बने हुए हैं। हालांकि, चौड़ीकरण के दौरान सड़क किनारे के पेड़ कट जाएंगे, लेकिन अभी हालत खराब है। इनकी वजह से शहर में दुर्घटनाएं हो रही हैं। बरोंडा चौक पर ही पेड़ सड़क पर होने के कारण वाहन चालक हड़बड़ा रहे हैं। इसकी वजह से दूसरी तरफ से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते।
बरोंडाचौक से 50 मीटर की दूरी पर ही एक और पेड़ है। रात में ओवरटेक करते समय यह पेड़ जानलेवा साबित हो सकता है। वहीं रायपुर रोड पर सांई मंदिर के पहले एक पेड़ काफी झुक गया है, यह गिरने की कगार पर है। कभी आंधी-तूफान में गिर सकता है। इसी मार्ग पर एक महीने पहले एक पेड़ गिर गया था।

जरा सी लापरवाही से जा सकती है जान
जिस मार्ग पर शहर के आला अधिकारी रहते हैं, उस मार्ग पर विद्यार्थी बड़ी तेजी से कॉलेज की ओर जाते हैं। इन मार्गों में जरा सी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। यहां बेरिकेट्स जरूर लगाए गए हैं। वहीं यह मार्ग इतना संकरा है कि भारी वाहन आने के बाद लोगों को पेड़ों की वजह से साइड लेने में दिक्कत होती है।

शहर के मध्य एनएच से कटेंगे 345 पेड़
सड़क चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य शुरू हो गया है। पेड़ भी कटने शुरू हो गए हैं। चौड़ीकरण के दौरान 345 पेड़ काटे जाएंगे। इसके बाद लोगों को यातायात जाम की समस्या से राहत मिलेगी।

पेड़ों को काटने के लिए लेनी पड़ती है अनुमति
एनएच के अलावा किसी भी मार्ग पर पेड़ों को काटने या हटाने के लिए चिह्नांकन नहीं किया गया है। चौड़ीकरण वाले मार्ग के सारे पेड़ काटे जाएंगे। वहीं अन्य मार्गों पर पेड़ काटने के लिए वन विभाग की अनुमति भी लेनी पड़ती है।
पवन पटेल, अध्यक्ष, नगर पालिका

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