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हमले में कई माओवादियों के मारे जाने व घायल होने का दावा पुलिस के आला अधिकारियों ने की है। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार व अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
सुकमा एसपी अभिषेक मीणा ने बताया कि बुरकापाल, भेज्जी, चिंतलनार व किस्टाराम थाना क्षेत्र से सीआरपीएफ , कोबरा की 4 पार्टी व एसटीएफ, डीआरजी के करीब एक हजार जवान सर्चिंग पर निकले थे। पहली बार फोर्स इस इलाके में दाखिल हुई। यहां दिनभर में अलग-अलग पार्टी के साथ 5 मुठभेड़ हुई। बड़ी मुठभेड़ सल्लातोंग के जंगल में पहाड़ी के पास हुई। शाम करीब 5 बजे यहां पहुंचते ही माओवादियों ने डीआरजी व एसटीएफ पार्टी पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की। करीब 1 घंटे चली मुठभेड़ में जवानों को भारी पड़ता देख माओवादी जंगल में भाग खड़े हुए। इस मुठभेड़ में दो जवान घायल हुए। इसमें एक को कंधे में गोली लगी व दूसरे का पैर फ्रैक्चर हुआ है। एसटीएफ टीम के वापस लौटने के दौरान एंटापाड़ और कोलाईगुड़ा से माओवादियों के छिपाए हुए सामान मिले। किस्टाराम से निकली 208 कोबरा बटालियन के साथ कोमनपाड़ की पहाड़ी के पास मुठभेड़ हुई। चिंतलनार से निकली कोबरा 201 पार्टी पर दुलेड़ में माओवादियों ने फायरिंग की।
सीआरपीएफ के डीआइजी ए.एलांगो ने बताया कि लगातार आपरेशन से माओवादियों के पास अब आमने-सामने की लड़ाई लडऩे के लिए हथियार भी नहीं है। माओवादियों की मौजूदगी की सूचना पर जवान सर्चिंग पर निकले थे।