भूखे-प्यासे लगातार पांच दिन तक 300 किमी पैदल चलकर कोंटा पहुंचे इस बड़े पुल की मरम्मत कर नया स्लैब डालने में काफी वक्त लग सकता है। पुल को तोड़े जाने से इस इलाके में पीडीएस की सामग्री समेत अन्य जरूरी चीजें पहुंचाने में दिक्कत हो रही है।
फर्जी हस्ताक्षर से मृत शिक्षक के खाते निकाले रूपए बारिश का मौसम आने पर यह समस्या और भी बढ़ेगी। एसपी डॉ अभिषेक पल्लव के मुताबिक चिकपाल-मारजूम इलाके में फोर्स के नए कैंप से बौखलाए माओवादियों ने इस कृत्य को अंजाम दिया।