अभी रायपुर से तो कम लेकिन बाकी जिलों से बड़ी संख्या में गंभीर मरीज आ रहे हैं। आप यह मानकर चलें कि आंबेडकर अस्पताल में आ रहे 100 में 60 मरीज गंभीर हैं। हमारे आईसीयू के सभी बेड भरे हुए हैं, इससे आप गंभीरता का अंदाजा लगा सकते हैं। मेरा मानना है कि लक्षण दिखे तो जांच जरूर करवाएं। क्योंकि देरी जानलेवा साबित हो रही है।
डॉ. आरके पंडा, विभागाध्यक्ष टीबी एंड चेस्ट, डॉ. आंबेडकर अस्पताल
100 में 35 से 38 ऐसे मरीज हैं जो किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं। अगर, बीमार व्यक्ति खुद की या परिजन उनमें आए लक्षण पहचानें, तो कोरोना से मौतों के आंकड़ों को कम किया जा सकता है।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग
डॉ. आरके पंडा, विभागाध्यक्ष टीबी एंड चेस्ट, डॉ. आंबेडकर अस्पताल
100 में 35 से 38 ऐसे मरीज हैं जो किसी अन्य बीमारी से ग्रसित हैं। अगर, बीमार व्यक्ति खुद की या परिजन उनमें आए लक्षण पहचानें, तो कोरोना से मौतों के आंकड़ों को कम किया जा सकता है।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक, स्वास्थ्य विभाग