इन कॉलेजों की लगभग 300 सीटों में अब बड़ी मात्रा में प्रवेश हो सकेंगे। वर्तमान में एमबीए संतोष रूंगटा ग्रुप, बीआई दुर्ग, बीआईटी रायपुर, शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज भिलाई एवं सीएसवीटीयू में चल रहा है। हालांकि एमबीए कोर्स की अवधि दो साल करने के साथ ही इसमें दी जाने वाली लेटरल एंट्री भी खत्म कर दी गई है। बीते साल में इसमें प्रवेश दिए गए थे, लेकिन नए सत्र में होने वाले दाखिले में लेटरल एंटी नहीं होगी।
फिलहाल डीटीई ने यह साफ नहीं किया है कि आखिर कोरोना संक्रमण के बीच काउंसलिंग कराई जाएगी या फिर सीधे मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाएँगे। प्रदेश में संतोष रूंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज एमसीए में सबसे पुराना है साथ ही सबसे अधिक सीटें भी यहीं पर हैं। इसके साथ करीब 9 इंजीनियरिंग कॉलेजों में एमबीए का कोर्स चलाया जाता है।