गुरुवार की सुबह करीब 8 बजे तक डॉ. प्रसन्ना का गेट नहीं खुला तो पड़ोसी डॉक्टर सुनील सिंह ने उनके मोबाइल पर फोन किया लेकिन फोन नहीं उठा। तब उन्होंने पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी। वहीं उनके कमरे के पास पहुंचे तो दरवाजा अंदर से बंद था। इसके बाद इसकी सूचना मेडिकल कॉलेज के उच्चाधिकारियों को दी गई। बुधवार की सुबह पड़ोसी डॉ. सुनील सिंह ने फोन पर बात करने पर डॉ. प्रसन्ना ने बताया था कि उनकी तबीयत खराब है। मुंह में छाले भी होने की बात कही।