रेल अधिकारियों का कहना है कि तीसरी रेल लाइन तैयार हो जाने से ट्रेन चलाने में काफी तेजी आई। रायपुर और बिलासपुर दोनों प्रमुख शहरों के बीच स्पीड के गाडिय़ों का परिचालन होगा, क्योंकि इस रूट पर मालगाडिय़ों का भी लगातार आना-जाना होता है। ब्लाक के बाद कई घंटे तक देरी से ट्रेनें वापस आने की वजह से यात्रियों को तेज गर्मी में काफी परेशान होना पड़ा। इसका असर रायपुर स्टेशन में भी देखने का मिला।
ट्रेन से उतरकर पानी के लिए मारामारी
लंबी दूसरी की गाडिय़ों के कई घंटे देरी से चलने के कारण सबसे अधिक यात्री परेशान हो रहे हैं। हावड़ा-मुंबई से आने वाली ट्रेनों की भी यही स्थिति है। स्टेशन में रेलवे कैंटीन के करीब वाले प्याऊ में ही ठंडा पानी मिलने से जब-तब मारामारी की स्थिति निर्मित हो जाती है। सोमवार को दोपहर के समय एक बोतल पानी के लिए काफी भीड़ लगी रही। क्योंकि आरओ वाटर की टोटियां या तो बंद रहती हैं या फिर उबलता हुआ पानी दोपहर के समय निकलता है।
रेलवे के मरम्मत और विकास कार्य यात्रियों के सहयोग के बिना नहीं हो सकता है। रद्द की गई दर्जनभर ट्रेनें चलने लगी हैं। स्टेशन में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी। शिव प्रसाद पंवार, सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर, रायपुर