महिला दिवस से 22 मार्च तक सुपोषण के लिए पुरुषों को किया जाएगा जागरूक
पोषण पखवाड़े को जन आंदोलन के रूप में शुरू किया जाएगा

रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग ने कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ही महिला दिवस पर इस बार इंडौर स्टेडियम में होंने वाले महिलाओं के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। विभाग ने महिला दिवस को पोषण के लिए समर्पित कर दिया और अब एक दिन के बजाए पूरे १५ दिनों तक पोषण पखवाड़ा जन आंदोलन की तरह मनाया जाएगा। पोषण पखवाड़े में इस बार पुरूषों को जागरूक किया जा रहा है। पोषण पखवाड़ा चार उद्देश्य को लेकर किया जा रहा है। शिशु का प्रथम 1000 दिवस, एनिमिया, हाथ धुलाई व स्वच्छता, पौष्टिक आहार (खाद्य विविधता) है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय ने बताया पोषण पखवाड़ा का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य पोषण के प्रति महिलाओं को जागरूक करना और सरकार की योजनाओं का उन तक लाभ पहुंचाना है। ८ मार्च से शुरू हो रहे पोषण पखवाड़े के मेले की शुरुआत प्रभात फेरी से होगी। इस दौरान महिलाओं और बच्चों की स्वास्थ्य जांच, टीकाकरण, घर-घर जाकर स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) की जानकारी देना ,सुपोषण चौपाल का आयोजन करना, कुपोषित बच्चों को चिन्हित करते हुए उपचार के लियें एनआरसी में भर्ती सुनिश्चित है।
22 मार्च को ग्राम स्तर पर व्यापक स्तर
ग्राम सभा का आयोजन किया जाएगा जिसमें निर्वाचित जन प्रतिनिधियों द्वारा बैठक का आयोजन होगा और पोषण पखवाड़े के प्रभाव की समीक्षा की जाएगी साथ ही आगामी रणनीति को तैयार किया जाऐगा।पोषण पखवाड़ा समापन समारोह में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा ।
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