अप्रैल से ठग भेज रहे मैसेज ठगों की करतूत का पहला मैसेज अप्रैल में बिजली कंपनी के अधिकारियों ने पकड़ा था। उपभोक्ताओं को मैसेज भेजने वाले नंबर पर रायपुर बिजली कंपनी के अधिकारियों ने चर्चा की, तो शातिर ठग उन्हें भी ठगने का प्रयास करने लगा। ठग की इस करतूत के बाद बिजली कंपनी के ऐप में अलर्ट मैसेज भी कंपनी ने उपभोक्ताओं के लिए जारी किया था।
तीन पीडि़त पहुंचे बिजली कंपनी के पास ठगों की करतूत के शिकार रायपुर में रहने वाले तीन उपभोक्ता हो चुके है। पूर्व में एक पीडि़त ने रायपुर के खमतराई थाना में इसी तरह से हुई एक ठगी की शिकायत की है। पीडि़त की शिकायत के बाद पुलिस ने ठग द्वारा बताए गए खाते से पैसा ब्लॉक करवाकर पीडि़त को वापस भी करवाया है। मामले में ठग की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बिजली कंपनी ने जारी की एडवायजरी बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को सूचित करता है कि आपको यदि विद्युत आपूर्ति काटने के समय के साथ मैसेज मिल रहा है तो उसके दिए नंबर पर कॉल न करें और ङ्क्षलक को एक्टिवेट न करें। ये स्पैम मैसेज है, बिजली कंपनी से कभी भी समय के साथ विद्युत सप्लाई काटने का मैसेज भेजा नहीं जाता है। उपभोक्ता बिल जमा करने के लिए बिजली कंपनी के मोर बिजली ऐप का इस्तेमाल कर सकते है। किसी भी एसएमएस के ङ्क्षलक से पेमेंट न करे।
केस-1- बिल जनरेट के नाम पर निकाली रकम राजधानी की रेनू ठाकुर को ठगों ने लाइट कटने का मैसेज भेजा और पीडि़ता के संपर्क करने पर बिजली बिल जनरेट करने के नाम 1 लाख 75 हजार रुपए उडा दिए। पीडि़ता ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने ङ्क्षलक भेजा और उसमें 10 रुपए रिचार्ज करने के लिए कहा था। महिला से 10 रुपए का रिचार्ज करवाने से पहले आरोपियों ने एक ऐप डाउनलोड करवाया था। महिला ने भुगतान किया, तो खाते से रकम निकल गई। महिला ने तत्काल एसीसीयू को जानकारी दी, जिसके बाद उसे पैसे एसीसीयू की टीम ने रिकवर करके दिए।
केस-2- जागरूकता ने बचाया पैसा राजेंद्र नगर निवासी महिला को ठगों ने मैसेज भेजा। मैसेज में लिखा हुआ था कि बिजली बिल जमा ना करने पर लाइन काट दी जाएगी। महिला ने अपने किराएदार को मैसेज भेजकर बिल जमा करने के मैसेज के बारे में बताया। किराएदार ने सीधे बिजली कंपनी के कार्यालय में संपर्क किया तो बिजली कंपनी ने मैसेज ना भेजने की जानकारी दी।
ये बरते सावधानी – कॉल करने वाला शख्स जिस नंबर से कॉल करें, उस नंबर को ट्रू कॉलर में चेक करें, नंबर बाहर का हो तो सावधान हो जाइए।
– बिजली बिल की भरने की तिथि ध्यान रखे। बिल घर में आने के बाद ही उसे जमा करें।
– किसी भी हाल में मोबाइल में एनी हेल्पडेस्क डाउनलोड ना करें और ना ही किसी को ओटीपी दें।
– बिल अपडेट कराने की फीस दस रुपये ऑनलाइन मांगी जा सकती है, सतर्क रहें।
– वाट््सअप पर आए किसी भी ङ्क्षलक के जरिए पेमेंट ना करें।
रायपुर वृत्त-1 के एसई मनोज वर्मा ने बताया कि चेयरमैन के निर्देश पर एसीसीयू और सिविल लाइन पुलिस को बिजली कंपनी के नाम से ठगी करने वाले आरोपियों की शिकायत की है। मामले में केस दर्ज करके आरोपियों की गिरफ्तार करने की मांग की है।