सोमवार को पुलिस ने गौशाला संचालक मनहरण लाल साहू से पूछताछ पूरी करने के बाद जेल भेज दिया। गौशाला से करीब 400 गायें कहां गर्इं, इसे लेकर पुलिस ने भी अपनी जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। इधर, स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि गौशाला संचालक की गतिविधियां शुरू से ही संदिग्ध रही है। सोमवार को जंगल में घुसकर मृत गायों को ढूंढऩे का काम जारी रहा।
चरवाहा जंगल में ले गया है डेढ़ सौ गायों को आरोपी संचालक मनहरण लाल साहू की पत्नी चम्पा बाई ने बताया कि डेढ़ सौ गायों को लेकर चरवाहा जंगल गया है। पुलिस को ऐसी जानकारी मिली है कि पिछले दिनों 50 गाय को ग्राम सिंगपुर और 30 गाय को कोपरा भेजा गया है। मगरलोड टीआई नारायण ओटी ने इसकी पुष्टि के लिए पुलिस दल को भेजा है।
पंजीयन न होने के बावजूद मिलती थी सरकारी दवाइयां
पिछले दिनों पशु पालन विभाग की एक टीम ने गौशाला में पहुंचकर करीब 90 गाय का टीकाकरण भी किया था। गौशाला में अपर्याप्त अव्यवस्था को लेकर उन्होंने नाराजगी भी जाहिर की थी। बताया गया है कि पंजीयन नहीं होने के बावजूद भी पशु विभाग से गौशाला के लिए दवाइयां मिलती थीं।
लाखों हड़पने के बाद भी नहीं की कोई व्यवस्था
गौ वंश के संवर्धन के नाम पर ग्रामीणों से लाखों रुपए ऐंठने के बाद संचालक ने यहां शेड नहीं बनाया और न ही गायों के लिए चारा-पानी की भी व्यवस्था की। दो महीना पूर्व देखरेख के लिए 6 चरवाहा की नियुक्ति की गई थी, इसमें से 3 लोग काम छोड़ चुके हैं। शेष दो अन्य लोग गायों की मौत के बाद काम में नहीं आ रहे। बताया गया है कि पिछले दस दिनों से गायों की मौत का सिलसिला लगातार चल रहा था। इसके बाद भी रोकथाम के लिए कोई कारगर उपाय नहीं किया गया।
गौशाला का अधिग्रहण कर यहां आवश्यक सुविधाएं जुटाई जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही गाय की मौत का कारण स्पष्ट होगा। उनका विभाग सभी बिन्दुओं पर जांच कर रहा है।
डॉ. एसके पांडेय, संचालक पशु विभाग छग
वेदमाता गौशाला के संचालक को पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की है। वह तस्करी में लिप्त था, अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस जांच कर रही है।
रजनेश सिंह, एसपी धमतरी