कोरोना चेन तोड़ने के लिए परीक्षा रोकना जरूरी
छग प्रदेश शिक्षक फेडरेशन के प्रांताध्यक्ष राकेश चटर्जी, छग शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री यशवंत सिंह वर्मा ने कहा कि कोरोना के संक्रमण को देखते हुए उसकी चेन तोड़ना जरूरी है। छात्र बोर्ड परीक्षा में एकत्र होंगे तो चेन टूट नहीं पाएगी और लॉकडाउन को कोई असर नहीं दिखेगा। कोरोना की चेन टूट सके, इसलिए बोर्ड परीक्षा संक्रमण कम होने के बाद कराने की बात फेडरेशन व संघ के पदाधिकारियों ने की है।
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बोर्ड परीक्षा के संबंध में गाइडलाइन जारी
बता दें कि छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) के जिम्मेदारों ने बोर्ड परीक्षा के संबंध में स्पष्ट गाइडलाइन जारी कर दी है। माशिमं सचिव द्वारा जारी निर्देश के अनुसार 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा ऑफलाइन होगी। परीक्षा केंद्रों में क्षमता के अनुसार 50 प्रतिशत छात्र ही बिठाए जाएंगे। जो छात्र कंटेनमेंट जोन में हैं या कोराना संक्रमण की वजह से बोर्ड परीक्षा देने नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे छात्रों को फेल नहीं किया जाएगा, बल्कि उनकी उत्तर-पुस्तिकाओं में ‘सी’ लिख दिया जाएगा।
50 प्रतिशत छात्र बैठ सकेंगे
माशिमं द्वारा जारी निर्देश के अनुसार परीक्षा सेंटरों में शिक्षकों व छात्रों को कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा। परीक्षा हॉल में क्षमता के अनुसार केवल 50 प्रतिशत छात्र बैठेंगे। सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों और स्कूलों के अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। परीक्षा केन्द्र को सेनिटाइज करने के साथ ही छात्रों, शिक्षकों एवं स्कूल के अधिकारियों-कर्मचारियों के हाथों को सेनिटाइज करने की व्यवस्था भी होगी।
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प्रवेश पत्र दिखाने पर मिलेगी लॉकडाउन में छूट
माशिमं अधिकारियों की मानें तो जिन शहरों में लॉकडाउन लगा है वहां के लिए मंडल और प्रशासन ने व्यवस्था बना ली है। लॉकडाउन के दौरान परीक्षार्थी के द्वारा एडमिट कार्ड दिखाए जाने पर उन्हें व उनके पालकों को राहत दी जाएगी। परीक्षा व उनके पालक एडमिट कार्ड दिखाकर परीक्षा केंद्र आसानी से जा सकेंगे और उन्हें मना करने वाला कोई भी नहीं होगा।