वीमंस को रनिंग के लिए अवेयरनेस का आइडिया एेसे आया
मिलिंद कहते हैं कि मैंने कई हॉफ और फूल मैराथन की है। मैंने महसूस किया कि महिलाएं इस क्षेत्र में नहीं आ रही हैं। जबकि उनकी फिटनेस तो और भी जरूरी है। मैंने उनके लिए स्पेशल रनिंग का कॉन्सेप्ट तैयार किया। मुंबई में पहली लेडिस मैराथन में जबर्दस्त रिस्पांस मिला। इसके बाद मैंने इसे एक मूवमेंट बना लिया।
38 की उम्र में पहली मैराथन
मिलिंद ने बताया कि जब मैंने रनिंग शुरू की थी तब मेरी उम्र 38 हो गई थी। हमारे शहर में 21 किमी की मैराथन होने वाली थी। मैंने उसमें पार्टिसिपेट करना चाहा तो सभी ये कहने लगे कि तुमसे नहीं हो पाएगा। तुम्हारे बस की बात नहीं है। लेकिन मैंने उनकी बातों को इग्नोर किया और तैयारियों में भिड़ गया। मुझे कामयाबी भी मिली। हमें किसी के कहने पर नहीं जाना चाहिए। आपका दिल क्या कहता है, उसकी सुनना चाहिए।
10 मिनट जरूर दौड़ें
मिलिंद कहते हैं कि सेहत के लिए अलर्ट रहना जरूरी है। इसके लिए जरूरी है कि आप कम से कम रोजाना 10 मिनट जरूर दौड़ें। मेरी मॉम आज 80 साल की हैं लेकिन उन्होंने भी 10 किमी मैराथन पूरी की है। मैं बिना जूतों के कंफर्ट फील करता हूं। एक बार रनिंग के दौरान मैंने यह एक्सपेरिमेंट किया तो मुझे अच्छा महसूस किया। मैंने दिल्ली से मुंबई और अहमदाबाद से मुंबई तक रनिंग की है।
इन्होंने भी शेयर किए एक्सपीरियंस
कार्यक्रम में शहर की चुनिंदा महिलाओं को भी आमंत्रित किया गया था। उन्होंने भी अपनी जर्नी और अनुभव को साझा किया। इसमें ब्यूटी एक्सपर्ट मीनाक्षी टुटेजा, योगा एक्सपर्ट मंजू झा, नेहा, कैंसर सर्वाइकल मौसमी बिस्वास, विसुअली इम्पायर्ड गर्ल मालती साहू, डॉ. नीतू वर्मा, कस्तुरी बलाल आदि शामिल रहे। सभी ने महिलाओं को एक्सरसाइज के लिए टाइम निकालने के लिए प्रेरित किया। कहा कि आपकी तंदुरुस्ती में परिवार की सेहतमंदी छिपी होती है। आप रोजाना के काम के अलावा एक्सरसाइज जरूर करें।