उल्लेखनीय है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो दिसंबर को दोपहर को छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिया। मेडिकल चेकअप के बाद शाम करीब 5 बजे ईडी के विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में पेश किया गया।
ईडी ने सौम्या से पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड मांगी, लेकिन कोर्ट ने 4 दिन की रिमांड को मंजूरी दी थी। साथ ही 6 दिसंबर की शाम 4 बजे पेश करने का फैसला सुनाया है। जिसके बाद आज 4 बजे कोर्ट में पेश किया गया।
कोयले के कमीशन में करोड़ों की हेराफेरी करने की आंशका ईडी ने कोर्ट में रिमांड आवेदन पेश करते हुए कहा कि अब तक जांच में सारे इनपुट सौम्या चौरसिया की ओर इशारा कर रहे हैं। कोयले के कमीशन में करोड़ों रुपए की हेराफेरी करने की आशंका है। इसकी जांच करने के लिए पूछताछ करने की जरूरत है। वहीं आज फिर कोर्ट में ईडी ने अपने सबूत पेश किए। इधर बचाव पक्ष के अधिवक्ता ने इसका विरोध करते हुए कहा कि सौम्या के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप बेबुनियाद हैं।
नाटकीय तरीके से हुई गिरफ्तारी ईडी ने सौम्या चौरसिया को 2 दिसंबर को दोपहर करीब 2 बजे पूछताछ के लिए टिकरापारा स्थित दफ्तर में बुलवाया। इस दौरान उसे हिरासत में लेने के बाद आंबेडकर अस्पताल लेकर गए। जहां मेडिकल जांच करने के बाद सीधे कोर्ट ले गए। जहां गिरफ्तारी दिखाने के बाद पूछताछ करने रिमांड पर आवेदन लगाया गया। बता दें कि मनीलॉन्ड्रिंग मामले में निलंबित आईएएस समीर विश्नोई, कारोबारी सुनील अग्रवाल, लक्ष्मीकांत तिवारी और सूर्यकांत तिवारी को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
भाजपा ने सीएम से मांगा है इस्तीफा चौरसिया की गिरफ्तारी पर भाजपा के बड़े नेताओं का बयान नहीं आया है। वहीं पूर्व मंत्री महेश गागड़ा व अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की है।