वहीं, ये इलाके जल संकट के मुहाने पर हैं। राजस्थान (Rajasthan) के 84 प्रतिशत बांध सूखे हैं। तालों के लिए चर्चित भोपाल के बड़े ताल में जलस्तर 1652.5 फीट तक गिर चुका है। वहीं, मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार मानसून एक दिन और देर 7 जून तक केरल (Kerala) पहुंच सकता है। जिसके कारण मानसून को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पहुंचने में भी देरी हो सकती है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) : जलाशयों पर दबाव
छत्तीसगढ़ में 11 बड़े और 43 मध्यम आकार के जलाशय हैं। इनमें हसदेव नदी पर बने मिनीमाता बांगो सबसे बड़ा है। इसमें 46 प्रतिशत पानी बचा है। रविशंकर सागर जलाशय पर संकट अधिक है। इसमें 20 प्रतिशत पानी बचा है। मोगरा जलाशय में 17.67 प्रतिशत वहीं मुरुमसिल्ली में 50 प्रतिशत से अधिक पानी है।
मध्यम जलाशयों में पानी का स्टोरेज 20 प्रतिशत से 6 प्रतिशत तक है। पिछले महीने तक 33 प्रतिशत से अधिक जल क्षमता वाले जलाशयों से नहरों में पानी छोडकऱ तालाबों को भरा गया है, शहरों की पेयजल सुविधाओं के लिए पानी छोड़ा गया है। अफसरों को उम्मीद है कि मानसून आने तक कोई बड़ा संकट नहीं होगा।
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