मध्य भारत में 91 फीसदी वर्षा का अनुमानस्काईमेट के सीईओ जतिन सिंह ने कहा कि इस मौसम में सभी चार क्षेत्रों में सामान्य से कम बारिश होने जा रही है। मध्य भारत में जून से सितंबर में बारिश का एलपीए 976 मिलीमीटर है। इस वर्ष मध्य भारत में एलपीए की 91 फीसदी बारिश होने का अनुमान है।सूखे की संभावना 20 फीसदीस्काईमेट के अनुसार मॉनसून के दौरान 5 फीसदी संभावना अत्याधिक बारिश की है। वहीं, 5 फीसदी संभावना सामान्य से अधिक बारिश और 20 फीसदी संभावना सामान्य बारिश की है। 50 फीसदी संभावना सामान्य से कम बारिश की है। स्काईमेट के अनुसार 20 फीसदी संभावना छत्तीसगढ़ समेत मध्य भारत में सूखा पडऩे की भी है।[typography_font:18pt;” >रायपुर. मॉनसून को लेकर बुरी खबर है। मौसम की भविष्यवाणी करने वाली निजी कंपनी स्काईमेट के मुताबिक छत्तीसगढ़ समेत मध्य भारत में इस वर्ष सामान्य से कम बारिश होने की आशंका है। इस क्षेत्र में दीर्घावधि औसत (एलपीए) की 91 फीसदी बारिश होने की संभावना है। वहीं 20 फीसदी आशंका इस बात की भी है कि छत्तीसगढ़ में सूखा पड़ सकता है।स्काईमेट ने मंगलवार को कहा कि केरल में 4 जून को मॉनसून दस्तक दे सकता है, जो देश में बारिश के मौसम की आधिकारिक शुरुआत होगी। केरल में सामान्यतया मॉनसून शुरू होने की तारीख 1 जून है। स्काईमेट ने कहा कि देशभर में मॉनसून सामान्य से कम रहेगा।अलनीनो पर प्रभावस्काईमेट के अनुसार बारिश के सामान्य से कम होने की उम्मीद 55 प्रतिशत है, जिसका अलनीनो पर प्रभाव पड़ेगा। विदर्भ, मराठावाडा, पश्चिम मध्यप्रदेश और गुजरात में बारिश सामान्य से बहुत कम रहेगी। इससे स्थिति और बिगड़ सकती है, क्योंकि मराठावाड़ा और गुजरात के कई हिस्से सूखे जैसे हालात से जूझ रहे हैं।