तीन जिले ऐसे हैं, जहां अभी तक 67 से 68 फीसदी कम बारिश हुई है। जिसमें बलरामपुर में 67 फीसदी, जशपुर में 68 फीसदी और सरगुजा में 68 फीसदी कम बारिश हुई है। 12 जिलों में औसत से अधिक बारिश हो चुकी है। जबकि 6 जिलों में सामान्य बारिश हुई है। दो जिले ऐसे हैं जहां औसत से लॉर्ज एक्सेस बारिश हो चुकी है। इसमें बालोद और बीजापुर जिला शामिल है। बीजापुर में अब तक 179 फीसदी बारिश हो चुकी है। बीजापुर में अब तक 439 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, यहां 1227 मिमी बारिश हो चुकी है। इसी तरह बालोद जिले में अब तक 378 मिमी बारिश होनी चाहिए था, जबकि यहां 620 मिमी बारिश हो चुकी है। यानी यहां 64 फीसदी बारिश हो चुकी है।
रायपुर जिले में अभी तक 27% कम बारिश
रायपुर जिले में अब तक 27 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां अब तक 388 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन अब तक 284 मिमी ही बारिश हुई है। इसी तरह सूरजपुर जिले में भी अब तक 41 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां अब तक 431 मिमी बारिश होनी चाहिए थी, लेकिन 255 मिमी ही बारिश हुई है।
कोरबा जिले में भी 21 फीसदी कम बारिश हुई है। यहां अब तक 474 मिमी बारिश हो जानी थी, लेकिन 372 मिमी बारिश हुई है। इसी तरह कोरबा में भी अब तक 47 फीसदी कम बारिश हुई है, यहां अब तक 434 मिमी बारिश हो जानी थी, पर 231 मिमी ही बारिश हो पाई है। राज्य में खरीफ फसलों की 26 लाख 02 हजार हेक्टेयर में बुआई हो चुकी है, जो निर्धारित लक्ष्य का 54 प्रतिशत है। अब तक खरीफ फसलों के तहत सर्वाधिक 21 लाख 87 हजार हेक्टेयर में धान की बोनी हुई है। इसके अलावा मोटे अनाज की 1 लाख 61 हजार हेक्टेयर में, दलहन की 1 लाख 5 हजार हेक्टेयर में, तिलहन की 74 हजार हेक्टेयर में तथा सब्जी एवं अन्य फसलों की 76 हजार हेक्टेयर में बोआई पूरी कर ली गई है।
चालू वर्षा मौसम में राज्य में अब तक 440.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है, जो इसी अवधि की 10 वर्षों की औसत वर्षा 377.9 मिमी का 117 प्रतिशत है। इस साल वर्षा मौसम शुरुआती दिनों में मानसून के भटकाव के चलते खरीफ फसलों की बोनी प्रभावित हुई है। बीते वर्ष खरीफ सीजन-2021 में 18 जुलाई की स्थिति में राज्य में फसलों की बुआई 29 लाख 24 हजार हेक्टेयर में हो चुकी थी।
कृषि विभाग के अनुसार 18 जुलाई की स्थिति में राज्य में मक्का की 3 लाख 14 हजार हेक्टेयर में तथा अन्य फसलों की 1 लाख 46 हजार हेक्टेयर में बोआई हो चुकी है। दलहन फसलों के अंतर्गत 70 हजार हेक्टेयर में अरहर, 29 हजार हेक्टेयर में उड़द तथा 5 हजार हेक्टेयर में अन्य दलहन फसलों की बोनी की जा चुकी है। इसी तरह 36 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन, 32 हजार हेक्टेयर में मूगफली तथा 5 हजार हेक्टेयर में अन्य तिलहन फसलों की बोनी हो चुकी है।
अभी पूरी बारिश बाकी है, अच्छी बारिश की उम्मीद
अभी पूरी बारिश का सीजन बाकी है। इसलिए जिन जिलों में कम बारिश हुई है। वहां अच्छी बारिश की उम्मीद है। आने वाले चार-पांच दिनों तक प्रदेश में कहीं भारी बारिश तो कहीं पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है।
इसलिए सरगुजा, जशपुर में कम बारिश
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा बताया कि पिछले साल इन जिलों में जुलाई में अच्छी बारिश हो चुकी थी। इस साल मानसून द्रोणिका अब तक अंबिकपुर तक या उसके नीचे तक बनी हुई थी। सरगुजा डिवीजन आगे नहीं बढ़ रही थी इस कारण से अभी तक कम बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रदेश में फसलों के लिहाज से ठीक-ठाक बारिश हो चुकी है।