इसके साथ ही आने वाले कुछ घंटों में बिलासपुर, रायगढ़, कोंडागांव, बालोद, गरियाबंद, दुर्ग, रायपुर, बलौदा बाजार, महासमुंद, जांजगीर, बेमेतरा, कवर्धा, मुंगेली एवं अन्य कई जिलों में गरज चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना है।
आगामी दिनों में प्रदेश में मौसम इसी तरह रहने की संभावना है। रायपुर का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था,जो सामान्य बताया जा रहा है। मौसम विभाग का कहना है की, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून उत्तर अरब सागर, गुजरात राज्य, पूरे मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के कुछ और हिस्सों, दक्षिण मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ कुछ हिस्सों में आगे बढ़ चुका है।
मानसून की उत्तरी सीमा पोरबंदर, भावनगर, खंडवा, गोंदिया, दुर्ग, भवानीपटना, कलिंगपट्टनम, बालुरघाट और सुपौल तक है। मौसम विभाग ने ये भी बताया की प्रदेश 12 जिलों में तीन दिन के भीतर छाए रहे बदल। गर्मी से परेशान लोगो को हलके हवा छीटों ने गरमी से रहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी
लाभांडी क्षेत्र में 2 से.मी. और तिल्दा, रायपुर, धमधा में 1 सेमी बारिश हुई। मौसम विज्ञानी के अनुसार इन स्थितियों के लिए तीन-चार बिंदु जरूरी है। पहला ये कि क्षेत्र के 60% केंद्रों पर दो दिनों से 2.5 मिमी लगातार बरसात दर्ज होनी चाहिए। दूसरी, पश्चिमी हवा की गहराई कम से कम तीन किलोमीटर तक हो। तीसरा, क्षेत्र में लगातार बादल छाए हुए हों और चौथा क्षेत्र की हवा में नमी की मात्रा अधिक ऊंचाई तक बढ़ी हुई हो। ऐसी परिस्थितियों में सामान्य तौर पर मानसून घोषित किया जाता है। तो फिलहाल ऐसी कोई स्तिथि नहीं बनी है तो मानसून अभी पूरी तरह नहीं आया है, लेकिन कुछ दिनों में आजायेगा।