कब्जेधारियों पर सख्ती नहीं
शहर के आउटर से तीन रिंग रोड निकले हैं। इसमें अंतरराज्यीय वाहन, भारी वाहन चलते हैं। छोटे और हल्के वाहनों के लिए सर्विस लेन बनाया गया है। लेकिन सर्विस लेन में कई जगह ट्रांसपोर्टरों और शोरूम संचालकों ने वाहन पार्र्किंग का अड्डा बना लिया है। इसके चलते दोपहिया चालकों को मुख्य रोड में मजबूरी में चलना पड़ता है। सर्विस लेन पर अवैध पार्र्किंग और कब्जाधारियों के खिलाफ यातायात पुलिस कार्रवाई नहीं करती है।
शहर के आउटर से तीन रिंग रोड निकले हैं। इसमें अंतरराज्यीय वाहन, भारी वाहन चलते हैं। छोटे और हल्के वाहनों के लिए सर्विस लेन बनाया गया है। लेकिन सर्विस लेन में कई जगह ट्रांसपोर्टरों और शोरूम संचालकों ने वाहन पार्र्किंग का अड्डा बना लिया है। इसके चलते दोपहिया चालकों को मुख्य रोड में मजबूरी में चलना पड़ता है। सर्विस लेन पर अवैध पार्र्किंग और कब्जाधारियों के खिलाफ यातायात पुलिस कार्रवाई नहीं करती है।
कहां-कहां है कब्जा
रिंग रोड नंबर-1 में टाटीबंध चौक से लेकर सरोना, रायपुर ओवरब्रिज के आसपास से लेकर तेलीबांधा तक, रिंग रोड नंबर-2 में टाटीबंध से लेकर भनपुरी चौराहा तक, रिंग रोड नंबर-3 में भी कई जगह खाली ट्रक खड़े रहते हैं। कई ट्रांसपोर्टर तो अपने राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस की कार्रवाई से बचे रहते हैं। पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है।
रिंग रोड नंबर-1 में टाटीबंध चौक से लेकर सरोना, रायपुर ओवरब्रिज के आसपास से लेकर तेलीबांधा तक, रिंग रोड नंबर-2 में टाटीबंध से लेकर भनपुरी चौराहा तक, रिंग रोड नंबर-3 में भी कई जगह खाली ट्रक खड़े रहते हैं। कई ट्रांसपोर्टर तो अपने राजनीतिक रसूख के चलते पुलिस की कार्रवाई से बचे रहते हैं। पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर पाती है।
हाइवे पर दोपहिया में कार्रवाई नहीं
सभी रिंग रोड या हाइवे में केवल भारी वाहन और अंतरराज्यीय वाहन चलते हैं। इसके बावजूद दोपहिया सवार भी उसी में चलते हैं। इस मामले में यातायात पुलिस कभी कार्रवाई अभियान नहीं चलाती है। दोपहिया सवारों के लिए सर्विस लेन है। रिंग रोड में वाहनों की रफ्तार अधिक रहती है। साथ ही भारी वाहन होने के कारण आसानी से नियंत्रित भी नहीं होते हैं। यही वजह है कि सर्विस लेन छोड़कर मुख्य रोड में चलने वाले दोपहिया सवार अक्सर उनका निशाना बनते हैं।
सभी रिंग रोड या हाइवे में केवल भारी वाहन और अंतरराज्यीय वाहन चलते हैं। इसके बावजूद दोपहिया सवार भी उसी में चलते हैं। इस मामले में यातायात पुलिस कभी कार्रवाई अभियान नहीं चलाती है। दोपहिया सवारों के लिए सर्विस लेन है। रिंग रोड में वाहनों की रफ्तार अधिक रहती है। साथ ही भारी वाहन होने के कारण आसानी से नियंत्रित भी नहीं होते हैं। यही वजह है कि सर्विस लेन छोड़कर मुख्य रोड में चलने वाले दोपहिया सवार अक्सर उनका निशाना बनते हैं।
सड़क दुर्घना में मौतें वर्ष दुर्घटना मौतें 2018 2075 426
2019 2146 457 2020 1786 482
सर्विस लेन में अवैध पार्र्किंग के खिलाफ पुलिस अभियान चलाती है। दोपहिया सवारों को सर्विस लेन पर ही चलना चाहिए। मुख्य रोड भारी वाहन और अंतरराज्यीय वाहनों के लिए है। लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
– सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर
2019 2146 457 2020 1786 482
सर्विस लेन में अवैध पार्र्किंग के खिलाफ पुलिस अभियान चलाती है। दोपहिया सवारों को सर्विस लेन पर ही चलना चाहिए। मुख्य रोड भारी वाहन और अंतरराज्यीय वाहनों के लिए है। लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है।
– सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी-ट्रैफिक, रायपुर