डीकेएस में 8 जुलाई को रायगढ़, गरियाबंद और दुर्ग जिले के तीन मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले थे। उसके बाद दो प्लास्टिक सर्जन समेत 7 स्टॉफ की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। दो दिन बाद यूरोलॉजी विभाग के सर्जन और 5 ओटी कर्मचारी पॉजिटिव मिले थे। कुछ दिनों बाद मरीजों को खाना पहुंचाने वाली दो स्टॉफ संक्रमित हो गई थीं।
अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जितने डॉक्टर व स्टॉफ संक्रमित हुए थे, करीब वे सभी ठीक होकर लौट आए हैं। गुरुवार को दो महिला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिली हैं, जिनके प्राइमरी कॉन्टेक्ट में आने वालों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। डीकेएस में मरीजों की स्क्रीनिंग और हिस्ट्री लेने के बाद ही अंदर जाने की अनुमति दी जाती है। बिना मास्क अंदर जाना प्रतिबंधित है। गेट पर स्क्रीनिंग के लिए कर्मचारी तैनात किए गए हंै। सेनिटाइजर मशीन भी लगाई गई है। यहां पर भर्ती मरीजों का ऑपरेशन से पहले कोरोना सैंपल की जांच कराई जाती है।
रायपुर डीकेएस के उप अधीक्षक डॉ. हेमंत शर्मा ने कहा, जितने डॉक्टर व कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव आए थे, लगभग वे सभी ठीक होकर दोबारा काम पर लौट आए हैं। कर्मचारियों को मास्क, सेनिटाइजर, ग्लब्स आदि उपलब्ध कराए जाते हैं, ताकि वे संक्रमण से दूर रहें।