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कोरोना की मार, स्लम बस्तियों में अब तक 400 से अधिक बीमार, स्वास्थ्य सचिव ने एक्शन प्लान तैयार करने के दिए निर्देश

locationरायपुरPublished: Aug 09, 2020 08:32:55 pm

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CG Desk

– स्वास्थ्य टीम का विरोध भी कर रहे लोग, पुलिस की मदद लेनी पड़ रही। – लापरवाही पड़ सकती है पूरी बस्ती पर भारी- मास्क लगाएं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।

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कोरोना

रायपुर. राजधानी रायपुर में कोरोना वायरस स्लम बस्तियों में तेजी से पैर पसार रहा है या कहें कि पसार चुका है। एक के बाद एक स्लम बस्तियों में कोरोना विस्फोट हो रहा है। एक दिन में 5-10 नहीं बल्कि 30- 40 यहां तक कि 150 मरीज तक मिल चुके हैं। जो रायपुर के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है। शुक्रवार को अर्जुन नगर में 35 लोगों के संक्रमित पाए जाने के बाद शनिवार को स्वास्थ्य सचिव निहारिका बारिक ने कोरोना कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की नियमित बैठक में इसे लेकर चर्चा की। अधिकारियों को आदेशित किया कि वे रायपुर की स्लम बस्तियों के लिए एक्शन प्लान तैयार करें। ताकि कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोका जा सका।
रायपुर में कुकुरबेड़ा, मंगल बाजार, रामकुंड, अर्जुन नगर, भाठागांव, कुशालपुर, मठपुरैना और बिरगांव के कुछ स्लम शामिल हैं। खास बात यह है कि यहां के लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे। मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में समझ नहीं रहे। सोचिए, अगर बस्तियों में वायरस फैला, समय पर पकड़ नहीं आया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है। जिसे रोक पाना मुश्किल साबित होगा। इनके अलावा सामान्य क्षेत्र जिनमें सदाणी दरबार, गोवर्धन चौक पुरानी बस्ती में भी संक्रमण फैला हुआ है। कुछ क्षेत्रों में स्वास्थ्य टीम को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है। पुलिस तक बुलानी पड़ रही है। कंटेनमेंट जोन में 24 घंटे पुलिस की गस्त करवाई जा रही है ताकि लोग बाहर न निकल सकें।

रायपुर की इन बस्तियों में संक्रमण अधिक
कुकुरबेड़ा- पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के पीछे की यह बस्ती मई व जून से ही कोरोना प्रभावित रही है। यहां से लगातार मरीज मिल रहे हैं।

मंगल बाजार- आजाद चौक क्षेत्र स्थित आश्रम के पीछे की बस्ती से १५० से अधिक मरीज रिपोर्ट हो चुके हैं। दो लोगों की जान जा चुकी है। यहां फेरी वाले एक व्यक्ति से कोरोना ऐसा फैला कि संक्रमण रूकने का नाम नहीं ले रहा। महीनेभर से यह क्षेत्र कंटेनमेंट एरिया बना हुआ है। इससे लगे मुकुट नगर, ईदगाह भाठा तक वायरस पैर पसार चुका है।
रामकुंड बस्ती- मंगल बाजार के ठीक सामने वाली बस्ती रामकुंड कहलाती है। यह बस्ती इतनी सकरी है कि एक दो पहिया के अलावा दूसरी गाड़ी तक नहीं जा सकती। यहां पीलिया भी कई बार लोगों की जान ले चुका है।
अर्जुन नगर- शुक्रवार को मोतीबाग स्थित अर्जुन नगर में शुक्रवार को ३५ मरीज रिपोर्ट हुए। यहां कोरोना उन लोगों से पहुंचे, जो पास के होटलों में काम करते हैं। होटल पैड क्वारंटाइन सेंटर है। जहां बाहर से आने वाले ठहरते हैं, वे लगातार संक्रमित मिल रहे हैं। जिनके संपर्क में आने से होटल स्टाफ संक्रमित मिल रहे हैं। इसलिए इस बस्ती तक संक्रमण जा पहुंचा।
104 हेल्प लाइन नंबर
स्वास्थ्य संबंधी, कोरोना संबंधी किसी भी जानकारी के लिए 104 हेल्प लाइन नंबर पर कॉल करें। नियम तोडऩे वालों के विरुद्ध शिकायत भी दर्ज करवाई जा सकती है।

बस्तियों की गलियों में उतरेगी मितानिनें
हर गली-मोहल्लों, घर-परिवार से सीधे जुड़े रहने वाली मितानीनों को अब स्लम बस्तियों में उतारने की तैयारी कर ली गई है। मितानीनों का दल, बस्तियों की गलियों में घर-घर दस्तक देगा। कोरोना के प्रति लोगों को जागरूक करेगा। जिन क्षेत्रों में मरीज मिले हैं, उन्हें एक स्थान पर इकट्ठा करेगा जहां उनका एंटीजन टेस्ट करवाया जाएगा। जैसा- पीलिया के दौरान किया जाता है। कोशिश होगी कि हर व्यक्ति का टेस्ट लगे।
बिल्कुल, स्लम बस्तियों में काफी मरीज मिल रहे हैं। जो बड़ा खतरा है। इसे लेकर स्वास्थ्य सचिव ने एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ. सुभाष पांडेय, प्रवक्ता एवं संभागीय संयुक्त संचालक रायपुर संभाग, स्वास्थ्य विभाग
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