देश-दुनिया में ओडिसी डांस की प्रस्तुति पूर्णश्री राउत ए ग्रेड दूरदर्शन आर्टिस्ट हैं। वे देश-दुनिया में ओडिसी डांस की प्रस्तुति दे चुकी हैं। ये नई पौध को भी इस आर्ट से जोड़ रही है। ओडिसी डांस पर तीन किताबें लिख चुकी हैं। पहली किताब की 45 हजार कॉपी स्कूली बच्चों के लिए बांटी गई। दूसरी किताब दृष्टिहीन बच्चों के लिए थी तीसरी बुक देशभर के कल्चर डिपार्टमेंट में भेजी गई है। उन्होंने बताया छह साल से डांस सीखने लगी थी। पहली गुरु मेरी बुआ पद्मश्री कुमकुम महंती है। इसके बाद पद्मविभूषण केलुचरण महापात्र से मैंने सीखा। इनके अलावा पद्मश्री मैनाती मिश्रा, पद्मविभूषण सोनल मानसिंह से भी मैं कुछ-कुछ पार्ट सीखा है।
स्टेज से शुरू हुआ सफर, फिल्मों तक पहुंचा एक्ट्रेस शिखा चितांबरे ने स्टेज से शुरुआत की। वे बताती हैं, लोगों का बेहतर रिस्पांस मिला तो एल्बम करने लगीं। काम को देखते हुए छत्तीसगढ़ी फिल्म में ऑफर मिला। मैंने लगभग 25 फिल्म करी हैं। कई साल तक मुंबई में रही और 20 से ज्यादा सीरियल किए। मुझे बड़ी पहचान छत्तीसगढ़ी फिल्म टूरा रिक्शा वाला से मिली। अभी कुछ ऑफर हैं लेकिन मैं बेटे के साथ टाइम स्पेंड कर रही हूं।
ऐसी बहुत सी माएँ रोज़ घर और बहार दोनों के क्षेत्र में अपना समय दे रही है। ऐसी माएँ आधुनिकता के साथ अपना घर, परिवार, बाल-बच्चे सब संभाल लेती है। ऐसी माताओं को रोजाना बहुत कुछ सहना पड़ता है, सब मुकाम हासिल करना ही उनकी उपलब्धि है।