सेल्फ स्टडी की, अपडेट रहने के लिए पढ़ता था न्यूज पेपर
निखिल ने बताया कि पूरी पढ़ाई मैंने प्री प्लानिंग के साथ की है। सेल्फ स्टडी की। ऑनलाइन मटेरियल जुटाए। रोजाना 10 से 12 घंटे पढाई की। सिलेबस के साथ ही अपनी सेहत का भी ध्यान रखा क्योंकि ऐन वक्त पर स्वास्थ्य गड़बड़ हुआ तो पूरी मेहनत चौपट।
इंटरव्यू में योग को निर्णय क्षमता से जोड़ा
इंटरव्यू में साइकोलॉजिकल सवाल के तौर पर हॉबी पूछी गई। इस पर निखिल ने योग को हॉबी बताते हुए कहा कि इससे माइंड रिलेक्स रहता है। एकाग्रता के साथ निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है और पॉजिटिव एनर्जी आती है। लॉ से रिलेटेड सवाल के अलावा यह भी पूछा गया कि आपके पास किसी ऐसे व्यक्ति का केस आता है जो पहले से ही परिचित है तो आप क्या करेंगे? इस पर निखिल ने कहा कि नियमानुसार इसे ट्रांसफर कर देंगे।