जब उनसे प्रदेश में भाजपा की हार का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हार का सबसे बड़ा कारण कांग्रेस का घोषणापत्र बना है। उन्होंने इस दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के कार्यकर्ताओं को लेकर दिए गए बयान पर कहा कि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता हीरा है। जीत हार चलती रहती है। इसी प्रदेश में 3 बार जो सरकार बनी है वो भी कार्यकर्ताओं के दम पर बनी है।उन्होंने कहा कि अब अगर हम हार गए तो वो कार्यकर्ता नकारा हो गया, ऐसा नही है।
प्रधानमंत्री के मन की बात को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि प्रधानमंत्री जन की बात करते है।सरोज पांडेय ने आगामी लोकसभा चुनाव के विषय में कहा की पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ेगी। लोकसभा चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में जाएंगे।3 तलाक 10 प्रतिशत आरक्षण जैसे महत्वपूर्ण फैसले मोदी सरकार ने लिए है।पूर्व प्रधानमंत्री में वो क्षमता नही थी।महागठबंधन जो हो रहा है उससे कोई नुकसान नही होगा। वो तो भारतीय जनता पार्टी के जीत की उपलब्धि बनेगी। राम मंदिर के मुद्दे में विवादित बयान देते हुए कहा कि जब भगवान राम चाहेंगे तब बनेगा मंदिर।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा बंगला खाली करने में देरी पर सरोज पांडेय ने कहा कि राजनीतिक दलों में मर्यादा रहनी चाहिए। कांग्रेस ने सरोज पांडेय के इस बयान पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह का बयां सामने आया जिसमे उन्होंने कहा – लगता है कुछ ही महीनों में डॉ. रमन सिंह का चेहरा धूमिल हो गया है। इसलिए भाजपा उनके चेहरे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती है। वहीं भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव का कहना है कि पार्टी में गुटबाजी जैसी कोई बात नहीं है।