पुलिस के मुताबिक बैरन बाजार इलाके में कोकीन (cocaine) बेचने की सूचना पर पुलिस ने एक टीम बनाकर तस्करों की तलाश शुरू की। आरोपियों को पकडऩे के लिए कोतवाली सीएसपी डीसी पटेल के निर्देश पर कोतवाली टीआई आरके पात्रे के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी। इस दौरान आरोपियों को पकडऩे के लिए सीएसपी डीसी पटेल के नेतृत्व में कोतवाली टीआई आरके पात्रे के नेतृत्व में टीम बनाई गई थी।
टीम ने बैरन बाजार में पॉलीटेक्नीक कॉलेज के आसपास नजर रखना शुरू कर दिया। बुधवार को पुलिस ने पंचशील नगर निवासी श्रेयांश झाबक और कोटा निवासी विकास बंछोर को बैरन बाजार इलाके में कोकिन (cocaine) बेचते पकड़ लिया। आरोपियों के पास छोटी-छोटी डिबिया और पाउच में कुल 17 ग्राम कोकिन पाउडर मिला। आरोपियों को पकड़कर थाने लाया गया। दोनों के खिलाफ नारकोटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की गई। आरोपियों के बाइक को जब्त कर लिया गया है।
एक ग्राम की कीमत 10 हजार रुपए
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 1 ग्राम कोकिन 10 हजार में बेचते थे। उनके अधिकांश ग्राहक धनाढ्य वर्ग के हैं। उनकी मांग पर दोनों मुंबई के तस्करों के जरिए कोकिन मंगाते थे। इसके बाद उन्हें बेच देते थे। उनके खास ग्राहक हमेशा उनके संपर्क में रहते थे। पुलिस ने दोनों तस्करों के अलावा मुंबई के तस्करों का भी नेटवर्क खंगालना शुरू कर दिया है। साथ ही उन युवाओं की भी तलाश शुरू कर दी है, जो आरोपियों के संपर्क में थे।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि 1 ग्राम कोकिन 10 हजार में बेचते थे। उनके अधिकांश ग्राहक धनाढ्य वर्ग के हैं। उनकी मांग पर दोनों मुंबई के तस्करों के जरिए कोकिन मंगाते थे। इसके बाद उन्हें बेच देते थे। उनके खास ग्राहक हमेशा उनके संपर्क में रहते थे। पुलिस ने दोनों तस्करों के अलावा मुंबई के तस्करों का भी नेटवर्क खंगालना शुरू कर दिया है। साथ ही उन युवाओं की भी तलाश शुरू कर दी है, जो आरोपियों के संपर्क में थे।
धनाढ्य युवाओं का नशा
कोकीन का नशा काफी महंगा है। इसे आम लोग नहीं खरीद सकते हैं। एक ग्राम कोकीन के बदले 10 हजार लिया जाता है, जिसे आमआदमी नहीं ले सकता। पुलिस के अनुसार इस तरह का नशा धनाढ्य वर्ग के युवाओं में अधिक रहता है, क्योंकि एक ग्राम कोकिन एक ही बार में खप जाता है। यही वजह है कि आरोपी गिने-चुने लोगों की डिमांड के आधार पर ही मुंबई से कोकिन लाते थे। राजधानी में कोकीन का नेटवर्क सामने आने से पुलिस अफसर भी हैरान है।
कोकीन का नशा काफी महंगा है। इसे आम लोग नहीं खरीद सकते हैं। एक ग्राम कोकीन के बदले 10 हजार लिया जाता है, जिसे आमआदमी नहीं ले सकता। पुलिस के अनुसार इस तरह का नशा धनाढ्य वर्ग के युवाओं में अधिक रहता है, क्योंकि एक ग्राम कोकिन एक ही बार में खप जाता है। यही वजह है कि आरोपी गिने-चुने लोगों की डिमांड के आधार पर ही मुंबई से कोकिन लाते थे। राजधानी में कोकीन का नेटवर्क सामने आने से पुलिस अफसर भी हैरान है।
कार्रवाई होती रहेगी
कोतवाली सीएसपी पटेल के मुताबिक शहर में युवाओं का कोकीन (cocaine) का सेवन करना चिंता का विषय है। इसकी तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा। इससे पहले भी पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। शराब, गांजा, कफ सिरप, नशे की गोलियां आदि बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई होती रहेगी।
कोतवाली सीएसपी पटेल के मुताबिक शहर में युवाओं का कोकीन (cocaine) का सेवन करना चिंता का विषय है। इसकी तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। मादक पदार्थों के खिलाफ पुलिस का अभियान जारी रहेगा। इससे पहले भी पुलिस मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। शराब, गांजा, कफ सिरप, नशे की गोलियां आदि बेचने वालों के खिलाफ लगातार कार्रवाई होती रहेगी।