बिहार में हत्या करके फरार आरोपी रायपुर में एक आईएएस के घर रसोइए की नौकरी करते मिला। शनिवार को बिहार पुलिस उसे ढूंढते हुए रायपुर पहुंची, तब खुलासा हुआ। मजे की बात है कि आरोपी एक माह से आईएएस के घर नौकरी कर रहा है, लेकिन उसका पुलिस वेरीफिकेशन भी नहीं कराया गया था और न ही किसी प्रकार की जानकारी थाने में दी गई थी।
पुलिस के मुताबिक फरवरी में गया के ऑटोमोबाइल कारोबारी अमित कुमार ङ्क्षसह की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाला बिगनराम वहां से फरार हो गया था। हत्या करने के बाद वह भागकर रायपुर आ गया। इसके बाद अपने परिचित के माध्यम से देवेंद्र नगर में एक आईएएस के घर रसोइया बनकर रहने लगा। दूसरी ओर बिहार पुलिस उसकी तलाश में लगी रही। इस बीच बिगनराम अपने रिश्तेदारों से फोन में बात कर रहा था। बिहार पुलिस को इसकी भनक लगी, तो रायपुर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर ले गई।
पुलिस के मुताबिक फरवरी में गया के ऑटोमोबाइल कारोबारी अमित कुमार ङ्क्षसह की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। हत्या करने वाला बिगनराम वहां से फरार हो गया था। हत्या करने के बाद वह भागकर रायपुर आ गया। इसके बाद अपने परिचित के माध्यम से देवेंद्र नगर में एक आईएएस के घर रसोइया बनकर रहने लगा। दूसरी ओर बिहार पुलिस उसकी तलाश में लगी रही। इस बीच बिगनराम अपने रिश्तेदारों से फोन में बात कर रहा था। बिहार पुलिस को इसकी भनक लगी, तो रायपुर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर ले गई।
भनक तक नहीं
आईएएस के घर हत्या का आरोपी नौकरी कर रहा था, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं हो पाई। दरअसल रायपुर पुलिस किराएदारों का वेरीफिकेशन का अभियान भी चला रहा है, लेकिन इसमें ऐसे लोगों का पता नहीं चल पाता है। इससे पहले तेलीबांधा इलाके में भी बाहरी अपराधी छुपकर रहते हुए मिले थे।
आईएएस के घर हत्या का आरोपी नौकरी कर रहा था, लेकिन इसकी जानकारी पुलिस को नहीं हो पाई। दरअसल रायपुर पुलिस किराएदारों का वेरीफिकेशन का अभियान भी चला रहा है, लेकिन इसमें ऐसे लोगों का पता नहीं चल पाता है। इससे पहले तेलीबांधा इलाके में भी बाहरी अपराधी छुपकर रहते हुए मिले थे।