scriptमुस्लिम समाज ने किया गुरुनानक जयंती पर सिखों का भव्य स्वागत | Muslim society gave a grand welcome to Sikhs on Guru Nanak Jayanti | Patrika News

मुस्लिम समाज ने किया गुरुनानक जयंती पर सिखों का भव्य स्वागत

locationरायपुरPublished: Nov 13, 2019 12:46:27 am

Submitted by:

dharmendra ghidode

खरोरा. सिख धर्म के प्रथम गुरु नानक देव ने जीवन भर हिन्दू और मुस्लिम धर्म की एकता का संदेश दिया।

मुस्लिम समाज ने किया गुरुनानक जयंती पर सिखों का भव्य स्वागत

मुस्लिम समाज ने किया गुरुनानक जयंती पर सिखों का भव्य स्वागत

खरोरा. सिख धर्म के प्रथम गुरु नानक देव ने जीवन भर हिन्दू और मुस्लिम धर्म की एकता का संदेश दिया। इस एकता और भाईचारे का परिचय उस समय देखने को मिला जब नगर में गुरुनानक जंयती के पूर्व संध्या पर नगर भ्रमण पर निकली बाबा गुरुनानक की रैली का भव्य स्वागत नगर के मुस्लिम समाज के लोगों ने भव्य स्वागत कर नगर परिक्षेत्र में भाईचारा का संदेश दिया।
नगर में पहली बार यह मौका देखने को मिला जब सिख समाज व मुस्लिम समाज गले मिले और एक दूसरे को गुरुनानक जंयती की शुभकामनाएं दिये एक दूसरे का मुंह मीठा कर गले लगाया। नगर में चर्चा का विषय भी रहा कि पहली बार ऐसा स्वागत अपनापन देख बहुत अच्छा और गौरवान्वित हैं।
श्री गुरु नानक देवजी ने दुनिया को श्नाम जपोए किरत करोए वंड छकोश् का संदेश देकर समाज में भाईचारक सांझ को मजबूत किया और एक नए युग की शुरुआत की। सामाजिक कुरीतियों का विरोध करके उन्होंने समाज को नई सोच और दिशा दी। गुरु जी ने ही समाज में व्याप्त ऊंच.नीच की बुराई को खत्म करने शुरुआत की। गुरु नानक देव जी ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा में लगा दिया। उन्होंने सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी जाकर लोगों को पाखंडवाद से दूर रहने की शिक्षा दी। गुरु जी के जन्मदिवस को गुरु पर्व या प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।

गुरुद्वारा की भव्य सजावट की गई
प्रकाश पर्व के दिन जहां गुरुद्वारा में भव्य सजावट की गई। अखंड पाठ साहिब के भोग डालेे जाते हैं और लंगर बरताए जाते हैं। प्रकाश पर्व से पहले प्रभातफेरियां निकालकर गुरु जी के आगमन पर्व की तैयारियां शुरू कर दी गई थी और गुरुनानक जंयती के पूर्व संध्या रैली निकाली गई। संगत सतनाम श्री वाहेगुरु और बाणी का जाप करते हुए चलती है। नगर में भव्य नगर कीर्तन निकाले जाते हैं। सभी जत्थों का जगह-जगह पर भव्य स्वागत किया जाता है। धार्मिक दीवान सजाए जाते हैं और शबद कीर्तन किया जाता है। गुरुद्वारों में दिन रात धार्मिक कार्यक्रम जारी रहते हैं। इस अवसर पर मुस्लिम समाज से डॉ अमीन खान, हजी रफीक सौजी, सब्बीर खान, जिया भाई, मिन्नु भाई, नन्हें फारूख, सिकंदर खान, अय्यूब खान, मुबारक, तहीर, रमजान, जुबैर अली, मुस्ताक कुरैशी, अयाज, भूरे खान प्रमुख रूप से स्वागत में उपस्थित रहे। तो वही सिख समाज से सतबीर सिंह, परमजीत सिंह, भूपेन्द्र, जोगिंदर सिंह, रिंटू छाबडा, चिंटू छाबड़ा, बबलू भाटिया, राजा भाटिया, सीटू भाटिया, रिंकू बग्गा व बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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