नागरिक आपूर्ति निगम(नान) से छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा घोटाला सामने आया था। इस घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू 2015 से कर रहा है। इस मामले में आईएएस आलोक शुक्ला, अनिल टुटेजा, तत्कालीन नान प्रबंधक शिवशंकर भट्ट के अलावा 27 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था, जिसमें 17 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई थी। केस की जांच करने वाले अफसरों को एक डायरी मिली थी, जिसमें सीएम मैडम समेत कई नामों का उल्लेख था। प्रदेश में विपक्ष में रहने के दौरान कांग्रेस ने इसे मुद्दा बनाया था। वर्ष 2018 में सत्ता की बागडोर संभालते कांग्रेस सरकार ने दोबारा इस मामलें की जांच ईओडब्ल्यू की एसआईटी से शुरु करवाई। इस मामलें में अब तक 4 बार ईओडब्ल्यू की टीम नान के अवंति विहार और नया रायपुर कार्यालय जाकर दस्तावेज जब्त कर चुकी है।
25 फाइले की जब्त
ईओडब्ल्यू के अफसरों ने शुक्रवार को दबिश देकर नान कार्यालय में 2 घंटे तक जांच की और लगभग 25 फाइलों को जब्त किया। 2013-14 की फाइल पूर्व में एसआईटी जब्त कर चुकी है। गौरतलब है कि ईओडब्ल्यू ने नान घोटाले में ही मुकेश गुप्ता की स्टेनो रही रेखा नायर को काम पर लौटने के लिए नोटिस दिया है। नोटिस के मुताबिक रेखा नायर को 7 दिन का वक्त दिया गया है। ईओडब्ल्यू डीजी बीके सिंह ने अखबारों में सार्वजनिक इश्तहार प्रकाशित कर रेखा नायर को अंतिम अवसर दिया है। अटलनगर के नागरिक आपूर्ति निगम स्थित कार्यालय में शुक्रवार को दबिश देकर एसआईटी के अफसरों ने दस्तावेजों को जब्त किया है। दस्तावेज के साथ विभाग में पदस्थ अधिकारियों से पूछताछ की गई है। दस्तावेजों में क्या है? इसके बारे में विस्तृत जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकते।
आई.के.ऐलेसेला, एसपी, ईओडब्ल्यू
आई.के.ऐलेसेला, एसपी, ईओडब्ल्यू