रायपुरPublished: Nov 22, 2022 05:37:44 pm
CG Desk
नंद कुमार साय ने कहा कि कोई शक नहीं है कि सरकार की घोर लापरवाही से ही आदिवासी समाज का 32 प्रतिशत से आरक्षण सीधे 20 प्रतिशत रह जाना धीरे-धीरे आदिवासी समाज को पूरी तरह से बर्बाद कर देने की स्पष्ट मंशा की ओर बढ़ता हुआ कदम है. जिससे पूरे प्रदेश का आदिवासी समाज अत्यंत उद्वेलित और आक्रोशित है, और हर स्तर पर निरंतर आंदोलनरत है.
छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जनजातियों के आरक्षण में हुए बदलाव को लेकर पदेश में सियासत फिर से गरमा गई है. भाजपा और कांग्रेस के नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहें हैं. इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नंद कुमार साय अनुसूचित जनजातियों के आरक्षण को लेकर अनिश्चितकालिन धरने पर बैठ गए है. वहीं राज्य सरकार आरक्षण संशोधन विधेयक लाने जा रही है. इसी के लिए एक और दो दिसम्बर को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है.