इन जिलों से इस्तीफे
बिलासपुर जिले में 448, अंबिकापुर में 360, रायगढ़ में 436, कोंडागांव से 326, दंतेवाडा से 204, जगदलपुर से 386, दुर्ग से 400, नांदगांव से 509, धमतरी से 400, कांकेर से 572, बेमेतरा से 242,कवर्धा से 252 ने इस्तीफा सौंपे। मगर इनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए गए। क्योंकि सामूहिक इस्तीफे मान्य नहीं होते।
विधायकों का समर्थन
भले ही सरकार कार्रवाई कर रही है, मगर इन हड़तालियों को विधायक अरुण वोरा, विधायक देवेंद्र नायक ने समर्थन किया है। विधायकों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर कर्मचारियों की मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने की मांग की है। पत्र में यह भी लिखा कि जनघोषणा पत्र में भी संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण का उल्लेख है। जकांछ अध्यक्ष अमित जोगी ने भी कर्मचारियों की मांग का समर्थन करते हुए, कार्रवाई को असंवेदनशील बताया है।
जो हड़ताली लौटना चाहते हैं उन्हें ज्वाइनिंग दें
मिशन संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला ने अभी जिला सीएमएचओ को पत्र लिखकर कहा है जो भी हड़ताली कर्मचारी काम पर लौटना चाहते हैं उन्हें ज्वाइनिंग दें। जितने भी सामूहिक इस्तीफे आए हैं, उन्हें मान्य न करें।