scriptमां की महानिशा पूजन के बाद आज होगा महा अष्टमी का हवन और कन्या भोज | Navratri 2018: Maha Ashtami and Kanya Poojan Today in All Devi Temple | Patrika News

मां की महानिशा पूजन के बाद आज होगा महा अष्टमी का हवन और कन्या भोज

locationरायपुरPublished: Oct 17, 2018 09:05:55 am

Submitted by:

Deepak Sahu

मंगलवार को शाम 7.30 बजे सतीबाजार स्थित मां अम्बा मंदिर में दीपों से सजी 1001 थालियों से सजी महाआरती की गई

navratri 2018

मां की महानिशा पूजन के बाद आज होगा महा अष्टमी का हवन और कन्या भोज

रायपुर. शक्ति की भक्ति में राजधानी माता रानी के जयकारे से गूंजित हैं। नवरात्रि पर्व की सप्तमी तिथि पर देवी मंदिर आस्था से छलक उठे तो मां दुर्गा के दर्शन करने देर रात तक टोलियों में श्रद्धालु डटे रहे। जसगीत, जगराता,रास गरबा की धूम पूरे शहर में मची हुई है।
मंगलवार को शाम 7.30 बजे सतीबाजार स्थित मां अम्बा मंदिर में दीपों से सजी 1001 थालियों से सजी महाआरती की गई। पुरानी बस्ती स्थित प्राचीन सिद्धपीठ मां महामाया मंदिर सहित बाकी देवी मंदिरों में आधी रात महानिशा पूजन किया गया। बुधवार को महाअष्ठमी तिथी पर माता का विशेष श्रृंगार, महाआरती और हवन आहुतियां दी जाएंगी।
मां अम्बे की महाआरती की भव्यता का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस रास्ते से श्रद्धालु माता के दरबार तक पहुंचते हैं, वहां से मंदिर तक का रास्ता आस्था से छलक उठा। केसरिया परिधान और सोलह श्रृंगार में महिलाएं एक-एक थाल में पांच-पांच ज्योतियां प्रज्जवलित कर जैसे मां अम्बे तू ही जगदम्बे एक स्वर में आरती की पहली लाइन बोली तो पूरा मंदिर परिसर माता के जयकारे से गूंजित हो उठा। महाआरती के बाद प्रसाद वितरित किया गया। महाअष्ठमी के लिए देवी मंदिरों के सामने हवन कुंड बनाने में श्रद्धालु जुटे रहे।
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महाअष्ठमी में होगा ज्योति विसर्जन
मां महामाया मंदिर के पं मनोज शुक्ला ने बनाया कि सप्तमी तिथी पर माता के दरबार में सुबह से रात तक पूजा-अर्चना करने वाले श्रद्धालु पहुंचते रहे। दोपहर के समय काफी भीड़ रही। रात ग्यारह बजे श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर से बाहर कर मंदिर के पट बंद किए गए। इसके बाद विधि विधान से मां भगवती की महानिशा पूजा कर प्राचीन परंपरा का पालन करते हुए रखिए की बलि देने के रस्में पूरी की गई। महाअष्ठमी पर पूजन सुबह १० बजे से प्रारंभ होगा और रात में ज्योति कलश विसर्जित होगा।

ज्योत के दर्शन कर चरणामृत किया ग्रहण
शंकराचार्य आश्रम राजराजेश्वरी माता मंदिर में शाम ७ बजे महानिशा पूजन किया गया। वैदिक मंत्रोत्चार के बीच आश्रम के प्रमुख डॉ इंदुभवानंद ब्रम्हचारी महाराज ने आरती की।

महादेवघाट का विसर्जन कुंड तैयार
दुर्गा माताओं के विसर्जन के लिए निगम ने महादेव घाट के पास स्थित विसर्जन कुंड को दोबारा तैयार कर लिया है। विसर्जन के लिए निगम ने चाक चौबंद व्यवस्था की है। यहां क्रेन, लाइट, शामियाना, मंच, गोताखोर, चिकित्सा व्यवस्था की जाएगी। कुंड में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन 18 से 21 अक्टूबर की सुबह तक किया जाएगा। निगम आयुक्त रजत बंसल ने अधिकारियों कर्मचारियों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल के निर्देशों एवं आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं।

कहां कितने बजे होगा हवन
– मां महामाया मंदिर में सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक
– मां काली माता मंदिर में दोपहर 12 बजे से
– बंजारी धाम मंदिर में सुबह 8.30 बजे से
– शीतला माता मंदिर सुबह 10 बजे से
– कंकाली माता मंदिर में सुबह 11 बजे से
– दंतेश्वरी माता मंदिर सुबह 10 बजे से

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