डोंगरगढ़ मां बम्लेश्वरी मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा वर्जित राजनांदगांव. शनिवार से पूरे नौ दिनों तक डोंगरगढ़ बम्लेश्वरी मंदिर सहित अन्य देवी मंदिरों में कोरोना वायरस के चलते श्रद्धालुओं का प्रवेश वर्जित किया गया है। डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं को पूरे नौ दिनों तक होने वाले आयोजनों का लाइव दर्शन की व्यवस्था की है। डोंगरगढ़ में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र व ओडिशा से भी श्रद्धालु पहुंचते हैं। ट्रस्ट के मंत्री नवनीत तिवारी ने बताया कि इस बार ज्योति कलशों की संख्या में भारी कमी आई है। पिछले साल शारदीय नवरात्रि में ऊपर मंदिर में 6500, नीचे मंदिर में 911 तथा शीतला मंदिर में 61 ज्योति कलश स्थापित हुए थे। इस वर्ष ऊपर मंदिर में 4500, नीचे मंदिर में 600 से कम तथा शीतला मंदिर में 41 ज्योति कलश ही प्रज्वलित होंगे।
चुनरी नारियल नहीं चढ़ा सकेंगे भक्त, ज्योति कलश की संख्या आधी रायपुर. कोविड-19 की वजह से नवरात्रि पर्व (Navratri 2020) में भक्त न तो पूजा-आरती में शामिल हो सकेंगे और न ही मातारानी को चुनरी-नारियल खुद अर्पण कर सकेंगे। दूर से दर्शन करके वापस लौटना होगा। शहर के 1400 साल पुराने महामाया मंदिर, बंजारी माता, कालीमाता और दंतेश्वरी माता मंदिर में ऐसी ही व्यवस्था की गई है। इन प्रमुख देवी मंदिरों में ज्योति कलश की संख्या भी आधी रखी गई है। महामाया मंदिर के पंडित मनोज शुक्ला ने बताया कि हर वर्ष 150 ज्योति का पंजीयन प्रवासी भारतीय करवाते थे लेकिन इस बार यह संख्या 30 से 40 ही है। कुल 5165 ज्योति कलश यहां स्थापित की गई हैं।