scriptNavratri 2022: नवरात्रि में माता रानी को करना है खुश, तो भूलकर भी मत करना ये काम | Navratri 2022: want to make maa happy in Navratri, avoid these things | Patrika News
रायपुर

Navratri 2022: नवरात्रि में माता रानी को करना है खुश, तो भूलकर भी मत करना ये काम

Navratri 2022: नियमों के विपरीत करने पर देवी माता रुष्ठ हो सकती हैं. शास्त्रों के अनुसार अगर इन नियमों का पालन करने माता रानी की कृपा मिलती है और मनोकामना पूरी होती है. जाने किन नियमों का पालन करना जरूरी है.

रायपुरSep 27, 2022 / 01:20 pm

Sakshi Dewangan

Navratri, navratri 2022, shardiya navratri 2022 date, navratri 2022 start date and end date, when is navratri 2022 start, navratri kab se hai,

कब से कब तक रहेंगी शारदीय नवरात्रि? जानिए किस दिन पड़ेगा कौन सा नवरात्र

Navratri 2022: नवरात्रि के पवित्र नौ दिन भक्त देवी माता की दिल से पूजा करते हैं. माँ को प्रसन्न करने के लिए भक्तजन विधि धान से पूजा पाठ करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इन दिनों मां के नौ रूपों की पूजा की जाती है. ताकि जिन्वन में सुख शांति बनी रहे. और मां भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. नवरात्रि के नौ दिन तक व्रत रखने को लेकर कुछ नियम व धार्मिक मान्यताएं भी हैं जिनका पालन किया जाना आवश्यक होता है. नियमों के विपरीत करने पर देवी माता रुष्ठ हो सकती हैं. शास्त्रों के अनुसार अगर इन नियमों का पालन करने माता रानी की कृपा मिलती है और मनोकामना पूरी होती है. जाने किन नियमों का पालन करना जरूरी है.

नवरात्रि में भूलकर भी न करें ये
1- कन्याओं का दिल न दुखाएं-
कन्याओं को माँ दुर्गा का स्वरुप मन जाता है. यही कारन है की नवरात्रि में कन्याओं की पूजा की जाती है उन्हें भोजन कराया जाता है, जिसे कन्या पूजन या कंजका भी कहा जाता है. माना जाता है नवरातों दौरान किसी भी कन्या या महिला के प्रति असम्मान का भाव न आने दें. शास्त्रों में यहां तक कहा गया है कि यत्र नार्यास्तु पूजयंते रमंते तत्र देवता. किसी भी कन्या का अपमान होने पर मां दुर्गा नाराज हो सकती हैं.

2- घर अकेला न छोड़ें

अगर अपने अपने घर में कलश की स्थापना की हुई है तो घर अकेला कभी नहीं छोड़ना चाहिए. यानी घर में किसी न किसी का होना बहुत जरूरी है. साथ व्रत के दिनों में दिन में सोना भी मना है.

3- कलह से दूर रहें-
नवरात्रि के दिनों में घरों में ख़ुशी और उत्साह का माहौल होता है. साथ ही नवरात्रि में बहुत से लोग व्रत भी रखतें हैं. ऐसे मे कलह करने से बचना चाहिए. क्योंकि कलह से व्रतधारी की आत्मा को दुख पहुंचता है जिससे देवी मां रुष्ठ हो सकती हैं. ऐसे में कोशिश करें कि हर प्रकार के वाद विवाद से दूर रहें. श्रीराम चरित मानस में भी ऐसा कहा गया है कि “जहां सुमति तहां संपति नाना. जहां कुमति तहां विपति निदाना।. लड़ाई झगड़े वाले घर में लक्ष्मी नहीं ठहरतीं.

4- धार्मिक बातों में मन लगाएंमाना जाता है कि व्रत करने वाले को नवरात्रि नौ दिनों तक अपना समय फिज्यूल की बातों में न लगाकर धार्मिक ग्रंथों का अध्यन करना चाहिए. इन दिनों दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तसती का पाठ कर सकते हैं.

5 – लहसुन प्याज का सेवन न करें
नवरात्रि के पावन दिनों में सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आहार, व्यवहार और विचार में आपके सात्विकता होना जरूरी है तभी नवरात्रि के व्रत कापूरा लाभ मिल सकेगा. आप इन दिनों प्याज लहसुन और मांस मदिरा का सेवन ना करें. नवरात्रि के नौ दिनों तक पूर्ण सात्विक आहार लेना चाहिए.

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो