3- कलह से दूर रहें-
नवरात्रि के दिनों में घरों में ख़ुशी और उत्साह का माहौल होता है. साथ ही नवरात्रि में बहुत से लोग व्रत भी रखतें हैं. ऐसे मे कलह करने से बचना चाहिए. क्योंकि कलह से व्रतधारी की आत्मा को दुख पहुंचता है जिससे देवी मां रुष्ठ हो सकती हैं. ऐसे में कोशिश करें कि हर प्रकार के वाद विवाद से दूर रहें. श्रीराम चरित मानस में भी ऐसा कहा गया है कि “जहां सुमति तहां संपति नाना. जहां कुमति तहां विपति निदाना।. लड़ाई झगड़े वाले घर में लक्ष्मी नहीं ठहरतीं.
4- धार्मिक बातों में मन लगाएंमाना जाता है कि व्रत करने वाले को नवरात्रि नौ दिनों तक अपना समय फिज्यूल की बातों में न लगाकर धार्मिक ग्रंथों का अध्यन करना चाहिए. इन दिनों दुर्गा चालीसा या दुर्गा सप्तसती का पाठ कर सकते हैं.
5 – लहसुन प्याज का सेवन न करें
नवरात्रि के पावन दिनों में सात्विकता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. आहार, व्यवहार और विचार में आपके सात्विकता होना जरूरी है तभी नवरात्रि के व्रत कापूरा लाभ मिल सकेगा. आप इन दिनों प्याज लहसुन और मांस मदिरा का सेवन ना करें. नवरात्रि के नौ दिनों तक पूर्ण सात्विक आहार लेना चाहिए.