उल्लेखनीय है कि १० अक्टूबर से क्वांर नवरात्र शुरू हो रहा है, जिसे लेकर देवी मंदिरों मेंं विशेष तैयारियां की जा रही है। शहर के रिसाई माता मंदिर, गायत्री मंदिर, बम्लेश्वरी, शीतला मंदिर समेत अन्य देवी मंदिरों में रंग-रोगन का काम अब अंतिम चरण में है। विंध्यवासिनी मंदिर के प्रधान पुजारी राजेन्द्र प्रसाद चतुर्वेदी ने बताया कि इस साल तिथि में तोड़-भांज नहीं होने के चलते नवरात्र का पर्व नौ दिनों तक रहेगा। उन्होंने बताया कि मनोकामना ज्योति जलाने अब तक १२ सौ से अधिक लोगों का पंजीयन हुआ है। नवरात्र पर्व मेंं मां विध्यवासिनी का विशेष श्रृंगार कर पूजा-अर्चना की जाएगी। गायत्री मंदिर के जिला समन्वयक दिलीप नाग ने बताया कि इस साल भी विश्व कल्याण की भावना से मंदिर में एक ज्योति कलश की स्थापना की जाएगी। इसके अलावा गायत्री महामंत्र का अनुष्ठान भी होगा। रोजाना गायत्री मंत्र का जाप और कष्ट निवारण के लिए विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस नवरात्र में लोगोंं को नशा मुक्त होने का संकल्प भी दिलाया जाएगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
इसी तरह शहर के दानीटोला वार्ड स्थित प्राचीन शीतला मंदिर में भी धीवर समाज ने अपनी तैयारी पूरी कर ली गई है। समाज के होरीलाल मत्स्यपाल ने बताया कि नवरात्र मेंं पूजा-अर्चना के अलावा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन होगा। पंचमी पर भव्य और शोभायात्रा निकाली जाएगी।
दुर्गा सप्तशती का होगा पाठ
दंतेश्वरी मंदिर के पुजारी दीपक पांडे, विजय पांडे ने बताया कि नवरात्र प्रतिपदा को गोधुली बेला मेंं चकचक पत्थर से ज्योति कलश प्रज्जवलित किया जाएगा। बताया गया है कि श्रद्धालुओं की मनोकामना पूर्ति के लिए यहां दुर्गा सप्तशती, चंडी कवच समेत देवी महात्म्य का पाठ किया जाएगा।