READ MORE : खुशखबरी: अगर आप भी कर रहे इस परीक्षा की तैयारी तो मिल सकता है 50 हजार रुपए
बच्चों के यौन उत्पीडन पर बनी शैक्षणिक फिल्मों की स्क्रीनिंग
अक्सर छोटे बच्चें किसी की गलत नीयत को समझ नहीं पाते। इसलिए यह कदम बच्चों को सुरक्षा और शिकायतों के संदर्भ में जानकारी प्रदान करने के मकसद से उठाया गया है। एनसीइआरटी के प्रकाशनों के माध्यम से अब पॉक्सो इ-बॉक्स और चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर-1098 का प्रचार करने व बच्चों के यौन उत्पीडऩ पर बनी शैक्षणिक फिल्मों की स्कूलों में स्क्रीनिंग की भी तैयारी चल रही है।
गुड टच और बेड टच का भी प्रशिक्षण
शिक्षकों को गुड और बेड टच के बीच अंतर से छात्रों को अवगत कराने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभिभावकों के साथ-साथ शिक्षक भी अक्सर इस बात से अनजान रहते हैं कि ऐसी स्थितियों में क्या करना चाहिए और इसकी रिपोर्ट कहां की जाए। एनसीइआरटी की सभी किताबों के पीछे वाले कवर के अंदर की तरफ आसान भाषा में कुछ दिशा-निर्देश होंगे। जिससे अभिभावक इन स्थितियों में उचित निर्णय ले सके।