यह होगी स्वास्थ्य कार्ड की खासियत
अधिकारियों के मुताबिक अस्पताल पहुंचे हर व्यक्ति को यह कार्ड बनाया जाएगा। इसमें व्यक्ति का नाम, पिता का नाम, पति-पत्नी का नाम, पते से लेकर उसकी बीमारी, जांच , निदान और इलाज का ब्योरा दर्ज होगा। कभी भी दोबारा अस्पताल पहुंचने पर मरीज को पर्ची बनवाने और जांच कराने की जरूरत नहीं होगी। इसका नंबर कम्प्यूटर में डालते ही मरीज की पूरी मेडिकल हिस्ट्री डॉक्टर के सामने होगी।
केंद्र में भी ऐसी कवायद
केंद्र सरकार भी पर्सनल हेल्थ आइडेंटीफायर नाम से इसी तरह की कवायद कर रहा है। बताया गया, यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) के पूर्व अध्यक्ष जे.सत्यनारायण की अध्यक्षता में बनी 14 सदस्यीय समिति ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को योजना का खाका सौंप दिया है। इसमें डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाने और माई हेल्थ एप तथा इंडियन हेल्थ पोर्टल बनाने की भी सिफारिश की गई है।