छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने ‘पत्रिका’ से बातचीत करते हुए बताया कि हम कोरोना काल में काम बंद नहीं करना चाहते, मगर हमारी भी मजबूरी है। 18-18 साल से हम संविदा पर सेवाएं दे रहे हैं। सरकार ने नियमितीकरण की बात कही थी। मगर, वह आज दिनांक तक पूरी नहीं हुई। अभी तक इन कर्मचारियों से किसी भी विभागीय अधिकारियों ने बात नहीं की है।
कर्मचारी काम पर नहीं लौटे तो नई भर्ती संभव
मांगों पर कोई हल नहीं निकला तो काम प्रभावित होगा। खासकर कोरोना संदिग्धों की सैंपलिंग और टेस्टिंग। शहरी क्षेत्रों में संचालित कई योजनाएं भी। एनएचएम के सूत्र बताते हैं कि एनएचएम कर्मचारियों को चेतावनी देकर नई भर्ती भी कर सकता है। पूर्व में कई बार ऐसे उदाहरण सामने आए हैं।
कोरोना काल में हड़ताल उचित नहीं। एनएचएम की तरफ से जिला कलेक्टरों को पत्र लिखाकर कर्मचारियों को नोटिस जारी कर काम पर लौटने को कहा गया है।
डॉ. सुरेंद्र पामभोई, उप संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन