मिशन संचालक ने पत्र में यह भी साफ कर दिया है कि कोरोना महामारी काल में हड़ताल करना अपराध है। चेतावनी के साथ कर्मचारियों को कहा है कि वे काम पर लौंटे। एनएचएम कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष हेमंत सिन्हा का कहना है कि एक तरफ स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव काम पर लौटने की बात कहते हैं, तो दूसरी तरफ अधिकारी कार्रवाई की धमकी। हम आज भी सेवा देने तैयार हैं, मगर मांग पूरी न होने तक सेवा का कोई पारिश्रमिक नहीं लेंगे।
सैंपलिंग, टेस्टिंग कम तो पॉजिटिव भी कम मिल रहे
कर्मचारियों की हड़ताल का असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर दिखाई देने लगा है। प्रदेश में 19 सितंबर को सिर्फ 13,685 टेस्टिंग की जांच हुई। 20 सितंबर को टेस्टिंग 11,246 पर जा पहुंची। जबकि इसके पूर्व तक रोजाना 19-20 हजार सैंपल की जांच हो रही थी। अब जब सैंपलिंग कम होगी, टेस्ट कम लगेंगे तो स्वाभाविक है कि पॉजिटिव भी कम मिलेंगे। स्वास्थ्य विभाग की डेली बुलेटिन रिपोर्ट बता रही है कि 19 सितंबर को 2,617 संक्रमित मिले, जबकि उसके पहले तक आंकड़ा 3,000 से अधिक जा रहा था। 20 सितंबर को तो मिलने वाले संक्रमितों की संख्या 1,949 रही।
कर्मचारियों की हड़ताल का असर स्वास्थ्य व्यवस्था पर दिखाई देने लगा है। प्रदेश में 19 सितंबर को सिर्फ 13,685 टेस्टिंग की जांच हुई। 20 सितंबर को टेस्टिंग 11,246 पर जा पहुंची। जबकि इसके पूर्व तक रोजाना 19-20 हजार सैंपल की जांच हो रही थी। अब जब सैंपलिंग कम होगी, टेस्ट कम लगेंगे तो स्वाभाविक है कि पॉजिटिव भी कम मिलेंगे। स्वास्थ्य विभाग की डेली बुलेटिन रिपोर्ट बता रही है कि 19 सितंबर को 2,617 संक्रमित मिले, जबकि उसके पहले तक आंकड़ा 3,000 से अधिक जा रहा था। 20 सितंबर को तो मिलने वाले संक्रमितों की संख्या 1,949 रही।
जानकारों का मानना है कि अगर जल्द हड़ताल खत्म नहीं हुई, या फिर एनएचएम ने कोई वैकल्पिक रास्ता न निकाला तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं। क्योंकि जितनी ज्यादा सैंपलिंग, टेस्टिंग होगी उतने ज्यादा संक्रमितों की पहचान होगी। संक्रमण को रोकने में सफलता मिलेगी।