फूलचौक स्थित फूलबाजार में दिनभर रौनक रही। व्यापारी संघ के अध्यक्ष रामनारायण साहू के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा कोरोना के कारण फूलों का मंडप, दूल्हा-दूल्हन का जयमाला और कारें सजाना महंगा हुआ है। पहले मुहूर्त के दिन २०० जोड़ी जयमाला शादी परिवारों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक जयमाला अलग-अलग फूलों का ५०० रुपए से लेकर ५ हजार रुपए तक में तैयार किए जा रहे हैं। वहीं मंडप ५ हजार से लेकर १ लाख रुपए तक सजाने का रेट तय किया गया है। जबकि १५ सौ से दो हजार रुपए में दूल्हे की कार सज रही है।
रायपुर ब्रास बैंड संचालक कलयाण समिति ने कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कराने को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। अध्यक्ष मो. फहीम और उपाध्यक्ष मो. रफीक सिद्दीकी का कहना है कि जिला प्रशासन ने शादी समारोह के लिए के केवल बैंडबाजा के ११ सेट, डीजे सेट के लिए दो साउंड बॉक्स और उसमें लगने वाले तीन पोंगा की शर्तें तय की है। जिसका वे लोग पालन कर रहे हैं, लेकिन धूमाल पार्टी में २० से २५ सेट के साथ पहले दिन वीआईपी रोड के मैरिज भवनों में आयोजित कार्यक्रम में बजाए, लेकिन किसी तरह की सख्ती नजर नहीं आई। जबकि इस मामले को लेकर ११२ नंबर पर और तेलीबांधा थाने को भी शिकायत के रूप में सूचना दी गई। पुलिस की गाड़ी पहुंची भी लेकिन रास्ते में बजाने से मना कर वापस लौट गई।
– वर-वधू पक्ष : मैरिज पैलेस, होटले, मंगल भवनों में क्षमता से आधे से भी कम लोग हों। – वर-वधू पक्ष से ५०, १०० और २०० लोगों से अधिक न हो।
बैंडबाजा : बारातियों के साथ सड़क पर बैंडबाजा, डीजे बजाना प्रतिबंधित है।
०००००००० जिला प्रशासन से बुधवार को शहर में ३० शादियां होने का सूचना पत्र मिला है। लेकिन आयोजन स्थल पर शर्तों का पालन करने के लिए पुलिस का गठन नहीं किया गया। पुलिस तो प्रशासन की टीम जांच टीम को केवल सहयोग करती है।
– लखन पटले, एएसपी शहर रायपुर