पहले दिन हुईं 30 शादियां, कई जगह कार्यक्रम, नहीं निकली निगरानी टीम
- कोरोनाकाल के 8 महीने बाद शहर में कई परिवारों में वैवाहिक खुशियां।
- बैंडबाजा और फूल बाजार में लौटी रौनक।

रायपुर. प्रबोधनी एकादशी पर तुलसी पूजा के साथ बुधवार को शुभ मुहूर्त प्रारंभ हुआ तो कई परिवारों में वैवाहिक समारोह की खुशियां बिखरीं। कोरोना नियमों के शर्तों के बीच पहले दिन 30 शादियां हुर्ह, लेकिन बदले हुए तरीके से। क्योंकि कार्यक्रम स्थल पर ही बैंडबाजा की धूम रही। बारातियों के साथ सड़क तक नहीं। इतना जरूर था कि आयोजन स्थलों पर शर्तों का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी निगरानी में कलेक्टर की निगरानी टीम नहीं निकली। कई सेटों की धूमाल पार्टी निकली तो कुछ बाजा वाले ही 112 नंबर पर शिकायत दर्ज कराई।
बहरहाल, शहर के अनेक जगहों में वैवाहिक कार्यक्रम हुए। इसके साथ ही कोरोनाकाल के आठ महीने बाद बैंडबाजा वालों और फूल बाजार में रौनक लौटी। जबकि बाजार पहले से ही खुल गए थे। महामारी के कारण शादियों के सबसे बड़े सीजन अप्रैल, मई और जून में पड़ा। लॉकडाउन के कारण 500 से अधिक शादियां कैंसिल करनी पड़ी थी। शहर के ३५० से अधिक छोटे-बड़े मंगल भवन, मेरिज हॉल और होटलें भी बुक हो चुके थे, लेकिन कोरोना के कारण कोई समारोह नहीं हो सका। बैंडबाजा- कोरोनाकाल के 8 महीने बाद शहर में कई परिवारों में वैवाहिक खुशियां।
बैंडबाजा और फूल बाजार में लौटी रौनक और फूलबाजार की उम्मीदें तो गणेश और दुर्गा पूजा में भी नहीं लौटीं। क्योंकि सामाजिक और धार्मिक आयोजन करने पर रोक थी। अब जाकर शर्तों के साथ आयोजन स्थलों की क्षमता के अनुसार ५०, १०० और २०० लोगों के शामिल होने की छूट जिला प्रशासन से मिल रही है। इसी दायरे में रहकर वर-वधू पक्ष को शादी समारोह संपन्न करना है।
200 जोड़ी जयमाला बिकी, कारें भी सजीं
फूलचौक स्थित फूलबाजार में दिनभर रौनक रही। व्यापारी संघ के अध्यक्ष रामनारायण साहू के अनुसार पिछले साल की अपेक्षा कोरोना के कारण फूलों का मंडप, दूल्हा-दूल्हन का जयमाला और कारें सजाना महंगा हुआ है। पहले मुहूर्त के दिन २०० जोड़ी जयमाला शादी परिवारों को दिया गया है। उन्होंने बताया कि एक जयमाला अलग-अलग फूलों का ५०० रुपए से लेकर ५ हजार रुपए तक में तैयार किए जा रहे हैं। वहीं मंडप ५ हजार से लेकर १ लाख रुपए तक सजाने का रेट तय किया गया है। जबकि १५ सौ से दो हजार रुपए में दूल्हे की कार सज रही है।
धूमाल पार्टी की 112 पर शिकायत
रायपुर ब्रास बैंड संचालक कलयाण समिति ने कोरोना गाइड लाइन का पालन नहीं कराने को लेकर सख्त नाराजगी जताई है। अध्यक्ष मो. फहीम और उपाध्यक्ष मो. रफीक सिद्दीकी का कहना है कि जिला प्रशासन ने शादी समारोह के लिए के केवल बैंडबाजा के ११ सेट, डीजे सेट के लिए दो साउंड बॉक्स और उसमें लगने वाले तीन पोंगा की शर्तें तय की है। जिसका वे लोग पालन कर रहे हैं, लेकिन धूमाल पार्टी में २० से २५ सेट के साथ पहले दिन वीआईपी रोड के मैरिज भवनों में आयोजित कार्यक्रम में बजाए, लेकिन किसी तरह की सख्ती नजर नहीं आई। जबकि इस मामले को लेकर ११२ नंबर पर और तेलीबांधा थाने को भी शिकायत के रूप में सूचना दी गई। पुलिस की गाड़ी पहुंची भी लेकिन रास्ते में बजाने से मना कर वापस लौट गई।
शादी के लिए ये शर्तें
- वर-वधू पक्ष : मैरिज पैलेस, होटले, मंगल भवनों में क्षमता से आधे से भी कम लोग हों।
- वर-वधू पक्ष से ५०, १०० और २०० लोगों से अधिक न हो।
- सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सेनिटाइजर की व्यवस्था अनिवार्य रूप से करनी होगी।- शहर के किसी भी कंटेनमेंट जोन में किसी तरह की अनुमति कार्यक्रम करने की नहीं होगी।
बैंडबाजा : बारातियों के साथ सड़क पर बैंडबाजा, डीजे बजाना प्रतिबंधित है।
- ११ सेट का बैंडबाजा-शहनाई, डीजे गाडी में सिर्फ दो साउंड बॉक्स और तीन पोंगा।
- केवल वैवाहिक कार्यक्रम परिसर में ही बैंडबाजा, आतिशबाजी की अनुमति होगी।
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जिला प्रशासन से बुधवार को शहर में ३० शादियां होने का सूचना पत्र मिला है। लेकिन आयोजन स्थल पर शर्तों का पालन करने के लिए पुलिस का गठन नहीं किया गया। पुलिस तो प्रशासन की टीम जांच टीम को केवल सहयोग करती है।
- लखन पटले, एएसपी शहर रायपुर
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