scriptडेबिट और क्रेडिट कार्ड में पिन नंबर नहीं अब आवाज होगी पासवर्ड | No PIN number in debit and credit card, now voice will be password | Patrika News

डेबिट और क्रेडिट कार्ड में पिन नंबर नहीं अब आवाज होगी पासवर्ड

locationरायपुरPublished: Dec 06, 2019 01:47:38 am

Submitted by:

ashutosh kumar

इन दिनों हमारे सभी महत्वपूर्ण ट्रांजेक्शन इंटरनेट पर हो रहे हैं। दुनियाभर में बढ़ती कनेक्टिविटी जहां हमारे जीवन को बहुत आसान बना रही है, वहीं इसके खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं।

डेबिट और क्रेडिट कार्ड में पिन नंबर नहीं अब आवाज होगी पासवर्ड

डेबिट और क्रेडिट कार्ड में पिन नंबर नहीं अब आवाज होगी पासवर्ड

रायपुर. इन दिनों हमारे सभी महत्वपूर्ण ट्रांजेक्शन इंटरनेट पर हो रहे हैं। दुनियाभर में बढ़ती कनेक्टिविटी जहां हमारे जीवन को बहुत आसान बना रही है, वहीं इसके खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं। हमारी व्यक्तिगत जानकारी को कोई हैकर/सायबर क्रिमिनल चुरा ना ले इसका हमेशा डर बना रहता है। हैकर्स के पास अब बहुत से रास्ते हैं जिससे वह हमारी जानकारी चुराकर उनका दुरूपयोग कर सकता है। आज हमें सर्तक रहने की जरूरत है। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड और बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में इन दिनों तेजी से देखने को मिल रही हैं। लोग एटीएम-कम डेबिट कार्ड के जरिए एटीएम मशीनों से नकद निकासी के विकल्प को काफी सेफ मानते हैं। लेकिन हाल ही के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब फ्रॉड लोगों ने स्किमिंग के जरिए दूसरों के बैंक खातों से पैसे निकाल लिए हैं।
इस स्थिति में ऑनलाइन सुरक्षा के लिए रायपुर सिटी की रश्मित कौर गुरुदत्ता ने किप्टोग्राफी पर रिसर्च किया है। उनके फंक्शन का यूज किसी भी एल्गोरेथम में कर एेसी तकनीक इजाद की जा सकती है जिससे ऑनलाइन सुरक्षा आसान हो जाएगी। रश्मित ने क्रिप्टोग्राफी पर एनआईटी से पिर पीएचडी की है। रश्मित ने बताया कि ऑनलाइन ठगी के शिकार पढ़े-लिखे लोग भी हो रहे हैं। फर्जी बैंकर्स बनकर उनसे पिन नंबर पूछा जा रहा है और वे बताकर अपनी जमा पूंजी लुटा रहे हैं। अगर आपसे कहा जाए कि आने वाले दिनों में आंखों की रेटिना पासवर्ड बन जाएगी या आपकी आवाज ही पासवर्ड होगी तो कोई आश्चर्य की बात नहीं। आप पिन नंबर बोलेंगे तो एटीएम उसे एक्सपेक्ट करेगा। ये छोटा सा उदाहरण है जिसे बड़े स्तर पर यूज किया जा सकता है।
आज की जरूरत
इस विषय पर रिसर्च करने का मकसद बताते हुए रश्मित ने कहा कि अब समय है ऑनलाइन वार का। किसी भी देश को नुकसान पहुंचाने के लिए गोला-बारूद, मिसाइल की ही नहीं बल्कि एक क्लिक से नेस्तानाबूद किया जा सकता है। एेसे में जिस देश के पास तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था होगी वही सेफ रहेगा। भारत में तो कम लेकिन विदेशों में डिजिटल वार बहुत हो रहे हैं। आने वाले दिनों में भारत पूरी तरह से डिजिटल होने जा रहा है, जाहिर है दूर देश में बैठा कोई हैकर इस तिलिस्म को तोडऩे के फिराक में हो। इसलिए यह फंक्शन आज की जरूरत है, जिसके जरिए एक बेहतर सॉफ्टवेयर तैयार किया जा सकता है।
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