सीबीडी और अन्य कामर्शियल सेक्टर में एनआरडीए ने 1 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य रखा था, लेकिन सीबीडी में ऑफिस कॉम्पलेक्स आदि की बिक्री नहीं होने की वजह से 1 हजार से लोगों को भी रोजगार नहीं मिल मिल पा रहा है। नया रायपुर में आवास और रोजगार दोनों की बुरी हालत है। अब करोड़ों रुपए निवेश के बाद रिजल्ट नहीं मिलने के मामले में छग हाउसिंग बोर्ड और एनआरडीए दोनों ने लाचारी दिखाई है। ऐसे खर्चें पर वित्त विभाग ने भी सवाल उठाए थे।