अंडरग्राउंड वायरिंग और सब-स्टेशन से बिजली सप्लाई में बड़ी समस्या देखी जा रही है। कमल विहार में अंडरग्राउंड वायरिंग के लिए कंट्रक्शन कंपनी एलएंडटी को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सेक्टर-१ से एलएंडटी से काम छिन लिया गया है। यही कारण है कि कमल विहार में अभी भी तारों का जाल देखा जा सकता है।
रेसीडेंशियल सोसायटी के संयोजक आशिष भट्टाचार्य ने बताया कि इस स्मार्ट प्रोजेक्ट में अंडर ग्राउंड वायरिंग के जरिए बिजली सप्लाई का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, लेकिन यहां स्थिति आम कॉलोनियों से बदतर है, क्योंकि अंडर ग्राउंड वायरिंग होने की वजह से यहां बिजली के पोल नहीं लगाए गए, इसलिए लोगों ने घरों में रोशनी ने अस्थाई कनेक्शन लिया है, वहीं बास की बल्ली के सहारे तार खींचा है, जिससे हमेशा हादसों का खतरा बना रहता है।