यातायात पुलिस की ओर से आम लोगों को जागरूक करने के लिए हर हेड हेलमेट से लेकर ट्रैफिक सियान नियुक्त करने तक कई प्रयोग किए गए। इससे लोगों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जानकारी तो हुई, लेकिन इसके पालन को लेकर प्रयास कम हुए। इसके बावजूद पुलिस लगातार ऐसे प्रयोग कर रही है। पुलिस का झांकी विसर्जन और हर हेड हेलमेट को काफी सराहा गया। इसके अलावा टै्रफिक सियान को लेकर भी लोगों में काफी सकारात्मक असर हुआ है।
पुलिस के इन अभियान व प्रयासों को मिली सराहना -हर हेड हेलमेट अभियान – 25 हजार से अधिक हेलमेट का नि:शुल्क वितरण
-गणेश विसर्जन में हेलमेट पर बनी झांकी का प्रदर्शन- 50 हजार लोगों ने देखा
-चौराहों के स्टॉप लाइन पर गाड़ी रोकने स्मार्ट स्टापिंग सिस्टम बनाया
-ट्रैफिक नियमों पर आधारित एक हजार किताबों का स्कूलों में वितरण -ट्रैफिक जॉकी के माध्यम से ट्रैफिक सिग्नलों पर अनाउंसमेंट
-चौराहों में सड़क पर रात में एलईडी लगाना
-ट्रैफिक जवानों को लाइट वाली जैकेट का वितरण
-टै्रफिक सियान के माध्यम से नियमों का पालन कराना -शार्ट फिल्म बनाकर ट्रैफिक नियमों का पालन का संदेश
-ई-चालान शुरू करना -10 आदर्श चौराहा घोषित करके नियमों का पालन कराना
हेलमेट जरूरी : 400 से अधिक की सड़क हादसे में मौत जनवरी से दिसंबर 2019 तक रायपुर जिले में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं। शहरी और ग्रामीण इलाके में कुल 2146 सड़क हादसे हुए। इनमें से 1581 लोग घायल हुए और 458 की मौत हो गई। मरने वाले अधिकांश लोग दोपहिया सवार हैं और बिना हेलमेट के सफर कर रहे थे। साथ ही शहर से निकले हाइवे और रिंग रोड में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं।
सख्ती भी कर रही पुलिस
ट्रैफिक पुलिस ने जागरूकता अभियान के साथ ही नियम तोडऩे वालों के खिलाफ सख्ती भी शुरू कर दी है। पिछले एक माह से 10 आदर्श चौराहों पर लगातार कार्रवाई का अभियान चलाया जा रहा है। खासकर हेलमेट नहीं पहनने वालों के खिलाफ। इसके अलावा स्टॉप लाइन, गलत दिशा और कार में सीटबेल्ट नहीं लगाने वालों को भी टारगेट में लिया है।
वर्सन
कार्रवाई के साथ जागरुकता अभियान भी जरूरी है। रायपुर पुलिस की ओर से ऐसे कई अभियान चलाए जा रहे हैं, जिसमें लोगों को यातायात नियमों के पालन करने की सीख दी जा रही है। आम लोगों की जागरुकता और सहयोग के जरिए ही अभियान सफल होगा।
-सतीश सिंह ठाकुर, डीएसपी ट्रैफिक, रायपुर