होती है कमीशन खोरी
घर से बैंक और बैंक से घर तक ले जाने के लिए गांव के युवा कमीशन लेते हैं। जिससे वृद्धों के पास पेंशन की राशि नाम मात्र की ही बचती है। हालात यह भी है कि पेंशनधारियों के पास दवाओं तक के लिए पैसे नहीं रहते हैं। इस शिकायत के बाद कलेक्टर ने लीड बैंक के अधिकारियों को बुलाकर बैठक ली और तिल्दा से पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना की शुरूआत भी कर दी है।
घर से बैंक और बैंक से घर तक ले जाने के लिए गांव के युवा कमीशन लेते हैं। जिससे वृद्धों के पास पेंशन की राशि नाम मात्र की ही बचती है। हालात यह भी है कि पेंशनधारियों के पास दवाओं तक के लिए पैसे नहीं रहते हैं। इस शिकायत के बाद कलेक्टर ने लीड बैंक के अधिकारियों को बुलाकर बैठक ली और तिल्दा से पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इस योजना की शुरूआत भी कर दी है।
समय नहीं मिलेगी पेंशन तो होगी कार्रवाई
कलेक्टर ने बैंक अधिकारियों कहा है कि पेंसन की राशि हर माह 2 तारिख को बैंकों के खाते में डाल दी जाती है। जिसे बैंक दो से तीन सप्ताह बाद खाताधारियों के खाते में अपडेट करते हैं। यदि अब एेसा होगा तो बैंकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने बैंक अधिकारियों कहा है कि पेंसन की राशि हर माह 2 तारिख को बैंकों के खाते में डाल दी जाती है। जिसे बैंक दो से तीन सप्ताह बाद खाताधारियों के खाते में अपडेट करते हैं। यदि अब एेसा होगा तो बैंकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वृद्धों को लाभ मिल पाए इसलिए यह सुविधा दी जा रही है। धीरे-धीरे पूरे जिले में यह योजना शूरु कर दी जाएगी।
डॉ.एस.भारतीदासन,कलेक्टर, रायपुर